नीतीश को राहत, बागी बीजेपी नेता अशोक अग्रवाल ने उम्मीदवारी ली वापस, कार्यकर्ताओं में गुस्सा
By पल्लवी कुमारी | Published: March 29, 2019 01:40 PM2019-03-29T13:40:02+5:302019-03-29T13:40:02+5:30
कटिहार लोकसभा क्षेत्र इस बार जेडीयू के खाते में जाने पर कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। जेडीयू के टिकट पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री दुलालचंद्र गोस्वामी को कटिहार से टिकट दिया गया है। कटिहार में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है।
बिहार कटिहार से निर्दलीय उम्मीदवार अशोक अग्रवाल ने अपना 2019 लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस ले लिया है। टिकट नहीं मिलने की वजह से नाराज होकर अशोक अग्रवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने के बाद अशोक अग्रवाल नामांकन वापस लेने के लिए राजी हुए हैं।
अशोक अग्रवाल के नामांकन वापस लेने के बाद उनके कार्यकर्ताओं का विरोध शुरू हो चुका है। कार्यकर्ता अशोक अग्रवाल के इस फैसले से खुश नहीं है। हीं बांका लोकसभा सीट से भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पुतुल कुमारी ने पर्चा भरा है। लेकिन फिलहाल उन्होंने अभी पर्चा वापस नहीं लिया है।
कटिहार लोकसभा क्षेत्र इस बार जेडीयू के खाते में जाने पर कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। जेडीयू के टिकट पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री दुलालचंद्र गोस्वामी को कटिहार से टिकट दिया गया है। कटिहार में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है। मतदान के नतीजे 23 मई को आएंगे।
बिहार बीजेपी प्रमुख को धक्कामुक्की का करना पड़ा था सामना
बीजेपी की बिहार इकाई के प्रमुख नित्यानंद राय को बृहस्पतिवार को एक दल से बागी हुये नेता के समर्थकों की भीड़ द्वारा की गई धक्कामुक्की का सामना करना पड़ा था।
बीजेपी के बागी विधान पार्षद अशोक कुमार अग्रवाल को उन्होंने बातचीत के लिए बुलाया था ताकि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कटिहार लोकसभा सीट पर दायर वह अपना नामांकन सहयोगी पार्टी जद(यू) उम्मीदवार दुलाल चंद्र गोस्वामी के पक्ष में वापस लें लें।
बातचीत असफल होने से नाराज अग्रवाल के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और उनके साथ धक्कामुक्की की गई। बाद में अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि रूठने मनाने का दौर खत्म हो गया है।
बांका लोकसभा सीट पर भी बागी तेवर
कटिहार के अलावा बांका सीट पर भी बीजेपी को बागियों के तेवरों से निपटना मुश्किल हो रहा है। यहां से पूर्व सांसद पुतुल कुमारी ने बतौर निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल किया है। वह 2014 में यहां से राजद के जयप्रकाश नारायण यादव के हाथों पराजित हो चुकी है।
कटिहार सीटों का इतिहास
सीटों के बंटवारे के बाद यह संसदीय सीट जदयू के हिस्से में आई है। बीजेपी इस सीट को 1999, 2004 और 2009 में जदयू के समर्थन से जीत चुकी है और 2014 में यह सीट राकांपा के तारिक अनवर के पास चली गई। इस बार तारिक अनवर कांग्रेस के इस सीट से उम्मीदवार हैं।
बिहार में सातों चरण में मतदान
बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में चुनाव होंगे। बिहार में पहला चरण 11 अप्रैल, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा चरण 23 अप्रैल, चौथा चरण 29 अप्रैल, पांचवां चरण 6 मई, छठा चरण 12 मई तथा सातवां चरण 19 मई को होगा। वोटों की गिनती 23 मई को होगी। राज्य में 11 अप्रैल को औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई लोकसभा क्षेत्रों में वोटिंग होगी।