संजय राउत को ईडी ने फिर किया तलब, शिवसेना नेता ने कहा- देश का लोकतंत्र अभी मरा नहीं है...
By अनिल शर्मा | Published: July 20, 2022 10:40 AM2022-07-20T10:40:29+5:302022-07-20T10:44:16+5:30
मामला मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उनकी पत्नी तथा सहयोगियों के वित्तीय लेनदेन से जुड़ा है। राज्यसभा सांसद राउत उद्धव ठाकरे खेमे का हिस्सा हैं। संजय राउत ने किसी भी अनियमितताओं से इनकार किया है।
नयी दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना सांसद संजय राउत को बुधवार फिर से तलब किया है। मामला मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उनकी पत्नी तथा सहयोगियों के वित्तीय लेनदेन से जुड़ा है। राज्यसभा सांसद राउत उद्धव ठाकरे खेमे का हिस्सा हैं। संजय राउत ने किसी भी अनियमितताओं से इनकार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के कारण निशाना बनाया जा रहा है।
कानून हमारे साथ है, नियम हमारे साथ है
ANI से बातचीत में संजय राउत ने एकनाथ शिंदे खेमा पर हमला बोलते हुए कहा कि सली नकली का मामला ही नहीं है। शिवसेना बाला साहब ठाकरे जी की है। शिवसेना सांसद ने आगे कहा कि अब ये जो नकली वाले हैं हमसे टूटे हुए फूटे हुए लोग वो ये भी कह सकते हैं कि बाला साहब ठाकरे को हमने ही पार्टी में लाया था या उद्धव ठाकरे को हमने ही शिवसेना प्रमुख बनाया है। संजय राउत ने कहा कि ऐसी बातों पर ध्यान देना उचित नहीं है। उनके मन की अवस्था हम समझ सकते हैं। कानून हमारे साथ है, नियम हमारे साथ है। हमे देश के सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा विश्वास है, देश का लोकतंत्र अभी मरा नहीं है।
बुधवार को मुंबई स्थित ईडी कार्यालय में संजय राउत को पेश होने का आदेश
राउत को एजेंसी के मुंबई स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में बुधवार पेश होने के लिए कहा गया है। इस मामले में एक जुलाई को राउत से पूछताछ की गई थी। जांच अधिकारियों ने राउत से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत उनका बयान दर्ज किया था। राउत ने एजेंसी के कार्यालय से बाहर निकलते समय पत्रकारों से कहा था, ‘‘मैंने पूरा सहयोग दिया और उनके सभी सवालों का जवाब दिए। अगर वे मुझे बुलाएंगे तो मैं फिर हाजिर होऊंगा।’’
संजय राउत ने कहा- मुझे कोई डर नहीं
राउत ने कहा था कि उन्हें कोई डर नहीं है, क्योंकि उन्होंने ‘‘जीवन में कुछ भी गलत नहीं किया।’’ शिवसेना में बगावत के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है, जिसमें एक तरफ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और दूसरी तरफ वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच पार्टी के चुनाव चिह्न और संगठन के नियंत्रण को लेकर विवाद है। प्रवर्तन निदेशालय ने अप्रैल में जांच के तहत राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था।
भाषा इनपुट के साथ