ईडी ने झारखंड की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के विरूद्ध 5,000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 6, 2022 06:53 AM2022-07-06T06:53:08+5:302022-07-06T07:04:53+5:30
ईडी ने सिंघल, चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार एवं अन्य को उसमें नामजद किया है। वर्ष 2000 की आईएएस अधिकारी सिंघल को एजेंसी ने मनरेगा धनराशि की कथित हेराफेरी तथा कुछ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की की जांच के तहत मई में गिरफ्तार किया था।
रांचीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड की पूर्व खनन सचिव आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल एवं उनसे संबद्ध अन्य के विरूद्ध धनशोधन जांच के तहत मंगलवार को आरोपपत्र दाखिल किया। संघीय जांच एजेंसी ने यहां धनशोधन रोकथाम अधिनियम से संबंधित एक विशेष अदालत में करीब 5000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया , उसके साथ ही अनुसूचियां, गवाहों की सूची एवं सबूत आदि का विवरण है।
ईडी ने सिंघल, चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार एवं अन्य को उसमें नामजद किया है। वर्ष 2000 की आईएएस अधिकारी सिंघल को एजेंसी ने मनरेगा धनराशि की कथित हेराफेरी तथा कुछ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की की जांच के तहत मई में गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने अदालत से आरोपपत्र पर संज्ञान लेने और मामले की सुनवाई के लिए प्रक्रिया जारी करने का अनुरोध किया। सुमन कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ये दोनों न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी ने सबसे पहले 6 मई को रांची में पूजा सिंघल, उनके व्यवसायी पति अभिषेक झा और चार्टर्ड अकाउंटेंट के परिसरों पर छापा मारा था और राज्य के कुछ अन्य स्थानों को कवर किया था। एजेंसी ने दावा किया था कि उसने सूमन कुमार के आवास और कार्यालय परिसर से कथित तौर पर 17.79 करोड़ रुपये नकद जब्त किए। इन गिरफ्तारियों के बाद इसने कई राज्य सरकार के अधिकारियों से भी पूछताछ की।
ईडी ने पहले पूछताछ किए गए कुछ गवाहों के बयानों का हवाला देते हुए अदालत को बताया कि सिंघल ने "पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण और महत्वपूर्ण मामलों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारी भुगतान नकद में प्राप्त हुआ।" दावा किया था कि एक जांच में पाया गया कि अधिकारी सिंघल ने पूर्व में अपने व्यक्तिगत खातों से चार्टर्ड एकाउंटेंट के स्वामित्व या नियंत्रण वाले तीन बैंक खातों में 16.57 लाख रुपये स्थानांतरित किए थे। ईडी ने आरोप लगाया कि चार्टर्ड एकाउंटेंट ने पीएमएलए के तहत ईडी के साथ अपना बयान दर्ज किया और कहा कि "उनके घर से बरामद ज्यादातर नकदी पूजा सिंघल की है, जो उन्होंने उनकी ओर से एकत्र की थी।
ईडी ने खुलासा किया कि पूछताछ मे सुमन कुमार ने बतााय कि पूजा सिंघल के निर्देश पर, उसने पूजा सिंघल और उसके परिवार के स्वामित्व वाले पल्स अस्पताल के लिए जमीन खरीदने के लिए एक प्रसिद्ध बिल्डर को 3 करोड़ रुपये नकद दिए थे।"
जांच एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित है जिसमें झारखंड सरकार में एक पूर्व कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा को एजेंसी ने 17 जून, 2020 को पश्चिम बंगाल से 2012 में पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया था।