दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत में शुक्रवार की शाम मध्यम स्तर का भूकंप महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 4.7 थी। भूकंप का केंद्र राजस्थान के अलवर जिले में था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप शाम सात बजे महसूस किया गया जो 35 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। भूकंप के झटके दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भी महसूस किए गए जिससे लोगों में दहशत फैल गई। जानमाल के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं है।
दिल्ली-एनसीआर में 12 अप्रैल के बाद से अब तक 15 भूकंप के झटके लग चुके हैं। दिल्ली की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी कम विकसित कॉलोनियों, जे जे क्लस्टरों और झुग्गी बस्तियों में रहती है। चांदनी चौक, सदर बाजार, शाहदरा, नजफगढ़, महरौली जैसे पुराने इलाके भूकंप के लिहाज से संवेदनशील हैं।
भूकंप आने के कुछ ही देर बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "कुछ देर पहले दिल्ली में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। उम्मीद है आप सभी सुरक्षित है, अपना ख़्याल रखें।'
इससे पहले मिजोरम में शुक्रवार दोपहर 14:35 बजे भूकंप आया। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.6 मापी गई। भूकंप के कारण किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली।
भूकंप आने पर सबसे पहले करें ये काम
भूकंप के दौरान मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत में अगर आप मौजूद हैं तो वहां से बाहर निकलकर खुले में आ जाएं। इसके बाद खुले मैदान की ओर भागें। भूकंप के दौरान खुले मैदान से ज्यादा सुरक्षित जगह कोई नहीं होती। भूकंप के दौरान किसी इमारत के आसपास न खड़े हों। लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। ऐसी स्थिति में सीढ़ियों का इस्तेमाल करना ही उचित होता है।