नई दिल्ली, 28 मई: पाकिस्तान आए दिन सीजफायर उल्लंघन का कर रही है। पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कड़ा रुख अपनाया है। सुषमा स्वराज ने यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ हम बात करने के लिए कभी भी तैयार नहीं थे, क्यों आंतक और बता साथ-साथ नहीं हो सकते। केंद्र की NDA सरकार के 4 साल पूरे होने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को अपने मंत्रालय की उपलब्धियां गिनाने के लिए एक प्रेस कॉन्फेंस की।
सुषमा स्वराज ने गिलगित बाल्टिस्तान इलाके में पाकिस्तान के आदेश पर भी कड़ी नाराजगी जताई है। सुषमा स्वराज ने कहा, जब देश की सरहद पर हर दिन जनाजे उठ रहे हो तो बातचीत की आवाज अच्छी नहीं लगती है। आतंकवाद के साथ-साथ बात कभी नहीं हो सकते हैं।
सुषमा स्वराज ने बाल्टिस्तान पर पाकिस्तान के आदेश कहा, 'पाकिस्तान हमें इतिहास बताना चाहते हैं। लेकिन इतिहास गवाह है कि पाक हमेशा इतिहास के साथ छेड़छाड़ करता रहा है और कानून में भरोसा नहीं रखता है।'
सुषमा स्वराज ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोकलाम पर भी बात की। उन्होंने कहा, डोकलाम की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा, 'मैं फिर दोहरा रहा हूं कि डोकलाम इलाके में स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है और वहां यथा स्थिति बरकरार है।'
सुषमा स्वराज ने MEA की उपलब्धियों पर एक किताब जारी करते हुए कहा, विश्व में कई ऐसे देश हैं जहां अभी तक हमारे नेता कभी नहीं गए हैं। लेकिन हमने फैसला किया कि हम मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए संयुक्त राष्ट्र के 192 में से सभी देशों को कवर करेंगे। हम अभी तक 186 देश कवर कर चुके हैं।'
एच-1 वीजा पर सुषमा ने कहा कि अमेरिका के साथ उनकी बातचीत जारी है। भारत कोशिश कर रही है कि वीजा को कैसे भी बचाया जाए।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें