Dussehra 2025: सिर्फ जलेबी नहीं..., दशहरा के दिन भारतीयों घरों में खाई जाती हैं ये चीजें
By अंजली चौहान | Updated: October 2, 2025 14:35 IST2025-10-02T14:34:58+5:302025-10-02T14:35:51+5:30
Dussehra 2025: विजयदशमी नवरात्रि के समापन का प्रतीक है, जिसे पूरे भारत में पारंपरिक उत्सवों के साथ मनाया जाता है। जानिए, हर क्षेत्र में क्या-क्या मनाया जाता है।

Dussehra 2025: सिर्फ जलेबी नहीं..., दशहरा के दिन भारतीयों घरों में खाई जाती हैं ये चीजें
Dussehra 2025: आज पूरे देश में विजयदशमी या दशहरा मनाया जा रहा है। शाम के वक्त रावण दहन के साथ इस पर्व को मनाया जाता है। आज रावण के पुतले जलाए जाते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। देश भर के समुदाय भव्य दावतों का आयोजन कर रहे हैं, और रसोइये हमें इन क्षेत्रीय व्यंजनों के महत्व के बारे में बता रहे हैं।
1- पूर्वी भारत
बिजॉय दशमी देवी दुर्गा को एक भावपूर्ण विदाई है, और इस दावत का एक अलग ही रंग होता है परिवार लबरा (सब्ज़ियों का मिश्रण), पायेश, और संदेश व रसगुल्ला जैसी मिठाइयों के साथ खिचड़ी तैयार करते हैं। शाकाहारी व्यंजन तो इन रस्मों का केंद्रबिंदु होते ही हैं, बिजॉय अपने स्वादिष्ट मांसाहारी व्यंजनों के लिए भी उतना ही प्रसिद्ध है, जिसमें मटन कोशा और मछली करी उत्सव की मेज़ों की शोभा बढ़ाते हैं।
2- उत्तराखंड
उत्तराखंड में यह दिन प्यार से सजाए गए स्वादिष्ट व्यंजनों का पर्याय है। जहां झंगोरे (बाजरे) की खीर नामक एक मिठाई बनाई जाती है।
3- महाराष्ट्र
विजयादशमी पर अप्टा या बीड़ी के पत्तों (एक स्थानीय परंपरा जो सोने के आदान-प्रदान का प्रतीक है) का आदान-प्रदान करते हैं। इसके साथ परोसे जाने वाले भोजन में पूरन पोली जैसी मीठी रोटियाँ या श्रीखंड या बासुंदी जैसी मिठाइयाँ शामिल हैं। कड़कनी, एक मीठी पूरी, भी प्रसाद के रूप में खाई जाती है।
4- गुजरात भी दशहरा समारोह की शुरुआत मीठे अंदाज़ में करता है; सुबह की शुरुआत फाफड़ा और जलेबी बनाने से होती है।
5- दक्षिणी राज्यों में
दशहरा अक्सर आयुध पूजा के साथ ही मनाया जाता है। और यहाँ का भोजन भी इस क्षेत्र की परंपराओं की तरह ही विविध है। कर्नाटक में, त्योहारों के व्यंजनों में ओब्बट्टू (मीठी रोटी), पुलियोगरे (इमली चावल) और कोसंबारी (सलाद) शामिल हैं। तमिलनाडु में परिवार नवरात्रि के लिए सुंडल तैयार करते हैं, जबकि विजयादशमी पर पोंगल, पायसम और वड़ा जैसे प्रसाद बनाए जाते हैं।
केरल में विद्यारंभम के अवसर पर पायसम और अप्पम का आयोजन किया जाता है; आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, पुलिहोरा (इमली चावल), पूर्णम बूरेलु (मीठे तले हुए गोल आकार) और गरेलु (वड़े) त्योहारों के मुख्य व्यंजन हैं।
6- उत्तर भारत
बेदामीपुरी, पहाड़ी आलू सब्ज़ी, मखाना खीर और जलेबी जैसे व्यंजन सात्विक और उत्सवी भोजन की पवित्रता को बनाए रखते हैं। जैसे गोलगप्पे में क्रैनबेरी और बैंगनी आलू आलू दम के साथ दही वड़ा, बाजरे से बनी पूरियाँ, सौंफ जैम वाली टिक्की, चुकंदर कबाब और भी बहुत कुछ।