डीआरडीओ ने सीने के एक्स-रे में कोविड-19 का पता लगाने के लिए पद्धति विकसित की
By भाषा | Updated: May 7, 2021 19:59 IST2021-05-07T19:59:58+5:302021-05-07T19:59:58+5:30

डीआरडीओ ने सीने के एक्स-रे में कोविड-19 का पता लगाने के लिए पद्धति विकसित की
बेंगलुरु, सात मई रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने एक कृत्रिम इंटेलिजेंस एल्गोरिद्म (एआई) विकसित किया है, जिससे सीने के एक्सरे में कोविड-19 बीमारी की मौजूदगी का पता चल सकता है।
डीआरडीओ के कृत्रिम ज्ञान तथा रोबोटिकी केंद्र (सीएआईआर) ने 5सी नेटवर्क और एचसीजी एकेडमिक्स के सहयोग से ‘एटमैन एआई’ पद्धति विकसित की है।
एचसीजी एकेडमिक्स ने शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया कि कोविड-19 का पता लगाने के लिए सीने के एक्स-रे के लिए ‘एटमैन एआई’ का इस्तेमाल होता है। इसके जरिए फेफड़े से संबंधित तुरंत जानकारी मिल जाती है।
बयान में कहा गया कि एचसीजी एकेडमिक्स के सहयोग से भारत में रेडियोलॉजिस्ट के सबसे बड़े डिजिटल नेटवर्क 5 सी नेटवर्क द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के लिए एक्स-रे का तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता है और इसकी लागत भी कम है तथा यह प्रभावी भी है।
बयान में कहा गया, ‘‘हमारे देश के छोटे शहरों, कस्बों में यह तकनीक उपयोगी हो सकती है जहां सीटी स्कैन की उतनी सुविधा नहीं है।’’
इससे रेडियोलॉजिस्ट पर भी दबाव घटेगा और कोविड-19 मरीजों के लिए ज्यादातर इस्तेमाल हो रही सीटी मशीनों का अन्य रोगियों के लिए इस्तेमाल हो सकेगा।
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