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डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को हर हाल में बचायें मेडिकल इन्फेक्शन से, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया ये निर्देश

By भाषा | Updated: April 26, 2020 17:00 IST

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ठळक मुद्देमुख्यमंत्री ने कहा कि लेन-देन के लिए रुपे कार्ड तथा अन्य माध्यम को बढ़ावा दिया जाए। सभी ग्रामीण सेवाओं को मुहैया कराने के लिए ग्राहक सेवा केन्द्र की तर्ज पर व्यवस्था बनायी जाए, जिससे बैंकों में भीड़ को कम किया जा सके।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दोहराया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे डाक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को हर हाल में चिकित्सा संक्रमण से बचाया जाना चाहिए । योगी ने यहां अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 से निपटने के लिए गठित 'टीम-11' की समीक्षा बैठक के दौरान कहा, ''कोरोना के उपचार में लगी डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स तथा अन्य स्टाफ की टीम को हर हाल में चिकित्सा संक्रमण से बचाया जाए।''

अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान कहा, ''कोरोना से जंग में मेडिकल टीम को सुरक्षित रखना अत्यन्त आवश्यक है। इसके लिए कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में पीपीई किट्स, एन-95 मास्क की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही अस्पतालों की साफ-सफाई सुनिश्चित करते हुए लगातार सेनेटाइजेशन किया जाए।’’

अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने चिकित्सा संक्रमण की रोकथाम के लिए गठित की गयी टीम को कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में लगे सभी कर्मियों की लगातार निगरानी के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में अनिवार्य रूप से सिर्फ कोविड संक्रमण का ही इलाज हो अन्य चिकित्सा गतिविधियां इन अस्पतालों में न की जाएं। अवस्थी के अनुसार मुख्यमंत्री ने राज्य में आगामी 30 जून तक कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत नहीं देने के आदेश दिए हैं।

योगी ने कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाए। किसी भी हाल में कहीं भीड़ इकट्ठा न हो। पेट्रोलिंग बढ़ायी जाए और सोशल डिस्टेंसिंग को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूल टेस्टिंग को बढ़ावा दिये जाने पर जोर दिया है । उनका कहना था कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच करके कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है।

योगी ने कहा कि कोरोना वायरस प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए, क्योंकि इसके अच्छे परिणाम मिले हैं। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में रह रहे उत्तर प्रदेशवासियों को क्वारंटीन अवधि पूरी होने के बाद चरणबद्ध तरीके से प्रदेश वापस लाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि लेन-देन के लिए रुपे कार्ड तथा अन्य माध्यम को बढ़ावा दिया जाए।

सभी ग्रामीण सेवाओं को मुहैया कराने के लिए ग्राहक सेवा केन्द्र की तर्ज पर व्यवस्था बनायी जाए, जिससे बैंकों में भीड़ को कम किया जा सके। योगी ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि लॉकडाउन के कारण श्रमिकों को कामधंधे मिलने में कोई असुविधा न हो। उन्होंने लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए बनायी गयी कार्ययोजना को शीघ्र लागू करने के निर्देश दिये।

टॅग्स :योगी आदित्यनाथकोरोना वायरसउत्तर प्रदेश में कोरोना
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