जब 46 साल बाद करुणानिधि ने बदला 'काला चश्मा', 40 दिन की खोज के बाद इस देश से आया नया चश्मा
By पल्लवी कुमारी | Published: August 7, 2018 09:36 PM2018-08-07T21:36:48+5:302018-08-07T21:36:48+5:30
DMK Chief M Karunanidhi died at 94: डीएमके प्रमुख एम करूणानिधि का चेन्नई के कावेरी अस्पताल में निधन। वह बीते 10 दिन से अस्पताल में खराब स्वास्थ्य के चलते भर्ती थे।
नई दिल्ली, 7 अगस्त: द्रविड़ आंदोलन के जनक और तमिलनाडु के पितामह एम करुणानिधि का निधन हो गया। मंगलवार शाम 6.40 मिनट पर चेन्नई के कावेरी अस्पताल ने करुणानिधि के निधन की घोषणा की। हॉस्पिटल ने बताया कि करुणानिधि का मंगलवार शाम 6:10 पर निधन हुआ। करुणानिधि के मौत से पूरे देश में शोक की लहर है।
मुथुवेल करुणानिधि अपने करीब छह दशकों के राजनीतिक करियर में ज्यादातर वक्त तमिलनाडु की सियासत का एक ध्रुव थे। करुणानिधि का चेहरा ध्यान में आते ही आपके दिमाग में उनका काला चश्मा भी आता होगा। करुणानिधि हमेशा एक ही स्टाइल का काला चश्मा पहनते थे। लेकिन उन्होंने साल 2017 में चश्मा बदलने का फैसला किया था।
करुणानिधि ने जब फैसला लिया कि उन्हें अपना चश्मा बदलना है तो चेन्नै के मशहूर विजय ऑप्टिकल्स ने नए फ्रेम के लिए सारे देश में खोज शुरू की। तब जाकर 40 दिन की खोज के बाद जर्मनी से नया चश्मा मंगाया गया। ये नया चश्मा लाइट ब्राउन कलर का था।
जर्मनी से आए नए चश्मे इस का फ्रेम काफी हल्का था और इसने ही करुणानिधि के 46 साल पुराने चश्मे की जगह ली। हालांकि नया फ्रेम पुराने चश्मे के साथ करुणानिधि की सियासी जिंदगी का ज्यादा सफर नहीं काट सका और चश्मा बदलने के एक साल बाद 2018 में 7 अगस्त को उनका निधन हो गया था।
निधन से पहले एक साल तक करुणानिधि एक खास काला चश्मा पहनकर चला करते थे। इस चश्मे के साथ करुणानिधि का सफर 46 साल तक चला। एक लेखक, कवि, राजनेता और फिर तमिलनाडु की सियासत का एक ध्रुव माने जाने वाले करुणानिधि ने 94 साल की उम्र में अपने इस चश्मे को अलविदा कहते हुए जर्मनी से इंपोर्टेड नए चश्मे को इसकी जगह दे थी।
करुणानिधि के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिल्म स्टार और राजनेता रजनीकांत ने शोक जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "कलाईनार करुणानिधि के निधन से गहरा दुख हुआ। वो भारत के सबसे वरिष्ठ नेताओं में एक थे। हमने गहरी पकड़ वाला एक जननेता, गंभीर विचारक, प्रखर लेखक और शीर्षपुरुष खो दिया है। उनका जीवन गरीबों और वंचितों के कल्याण के लिए समर्पित था।"
अभिनेता और राजनेता रजनीकांत ने शोक जताते हुए कहा, "आज का दिन मेरे जीवन का काला दिन है। मैंने अपना कलाईनार खो दिया। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ।"
बता दें कि 28 जुलाई को कावेरी हॉस्पिटल के आईसीयू में करुणानिधि को एडमिट करवाया गया था। शुरुआती इलाज के बाद उनका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में कर लिया गया था। शनिवार रात को हॉस्पिटल ने एक बयान जारी कर कहा था कि करुणानिधि के स्वास्थ्य को 'अस्थाई झटका' लगा है। हॉस्पिटल ने कहा कि उनके 'अंग सामान्य हो रहे हैं।
करुणानिधि का स्वास्थ्य अक्टूबर 2016 से ठीक नहीं है और कुछ दिन पहले ट्रेकोस्टोमी ट्यूब बदलने के लिए उनका ऑपरेशन किया गया था।25 जुलाई को करुणानिधि की पेशाब नली में इंफेक्शन की शिकायत मिली थी, जिसके बाद से उनका इलाज चल रहा था।
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