किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करें, लेकिन दंडात्मक कार्रवाई न करें: नीतीश

By भाषा | Updated: December 14, 2020 20:47 IST2020-12-14T20:47:22+5:302020-12-14T20:47:22+5:30

Discourage farmers from burning stubble, but do not take punitive action: Nitish | किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करें, लेकिन दंडात्मक कार्रवाई न करें: नीतीश

किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करें, लेकिन दंडात्मक कार्रवाई न करें: नीतीश

पटना, 14 दिसंबर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के किसानों के बीच पराली जलाने का चलन बढ़ने पर गंभीर चिंता जताते हुए सोमवार को शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हवाई सर्वेक्षण के जरिए हालात का जायजा लें तथा दंडात्मक कार्रवाई के बगैर रोकथाम के उपाय करें।

यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुमार ने किसानों के साथ उचित संवाद कायम करने, उनकी समस्याएं सुनने, पराली जलाने के नुकसानों की उन्हें जानकारी देने तथा पराली के वैकल्पिक इस्तेमाल पर सरकार से मिलने वाले लाभों के बारे में उन्हें बताने की जरूरत पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को यह बताया जाना चाहिए कि सरकार रोटरी मल्चर, स्ट्रॉ रीपर, स्ट्रॉ बालेर तथा रीपर कम बाइंडर की खरीद के लिए 75 फीसदी सब्सिडी दे रही है, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए यह 80 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि इन उपकरणों के इस्तेमाल से किसान को पराली जलाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी तथा कृषि से होने वाली उनकी आय भी बढ़ेगी क्योंकि कृषि से निकलने वाले कचरे को रिसाइकल किया जा सकेगा और उनके इस्तेमाल से कई वस्तुएं बनाई जा सकेगी।

नीतीश यहां एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे जिसमें ‘जलवायु के अनुरूप कृषि’ पहल की पूरे राज्य के लिए शुरुआत की गई है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Discourage farmers from burning stubble, but do not take punitive action: Nitish

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे