नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने साफ कर दिया है कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करेंगे। राजस्थान में कांग्रेस में घमासान और अशोक गहलोत को लेकर संशय के बीच दिग्विजय सिंह का ये बयान सामने आया है। दिग्विजय सिंह गुरुवार को नामांकन फॉर्म लेने के लिए पहुंचे थे।
कांग्रेस नेता ने पत्रकारों से कहा, 'मैं आज अपना नामांकन फॉर्म (कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए) लेने आया हूं और कल इसे फाइल करूंगा।' कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख 30 सितंबर (शुक्रवार) है।
गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं दिग्विजय सिंह
अशोक गहलोत की ही तरह दिग्विजय सिंह भी राहुल गांधी और सोनिया गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं। वे अब तक कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने के सवालों पर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कह रहे थे। हालांकि उन्होंने कुछ संकेत जरूर दिए थे कि वे इसके इच्छुक हैं। दिग्विजय सिंह ने कल कहा था, 'मैंने किसी से चर्चा नहीं की है। मैंने आलाकमान से अनुमति नहीं मांगी है।'
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे 75 साल के दिग्विजय सिंह ने अध्यक्ष पद की रेस में उस समय कूदने की बात कही है जब अशोक गहलोत की उम्मीदवारी को लेकर संशय उभर आया है। इससे पहले गहलोत ही गांधी परिवार के पसंदीदा उम्मीदवार माने जा रहे थे। हालांकि राजस्थान में उनका उत्तराधिकारी चुने जाने को लेकर जिस तरह की परिस्थिति उभरी और गहलोत सीधे तौर पर पर्दे के पीछे से कांग्रेस नेतृत्व से टकराने को तैयार दिखे, उससे उनकी उम्मीदवारी पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।
गहलोत बुधवार को दिल्ली पहुंचे और आज सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। ऐसे में आगे की स्थिति साफ हो सकती है। बहरहाल, दिग्विजय सिंह मैदान में आते हैं तो उन्हें शशि थरूर का सामना करना होगा। थरूर भी कल ही अपना नामांकन भर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस का एक ध़ड़े का अभी भी मानना है कि गहलोत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। यह आज सोनिया गांधी के साथ उनकी मुलाकात पर निर्भर करेगा।