दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कहा कि, उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उचित जांच के बिना यह पता लगाना मुश्किल है कि क्या कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन से संबंधित कोई मौत हुई है या नहीं.
इस मामले में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, प्रभावित परिवारों में से प्रत्येक को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जा सके, इसके लिए दिल्ली सरकार ने मौतों की जांच के लिए एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक समिति गठित की थी लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल के जरिए केंद्र ने इस समिति के गठन की अनुमति नहीं दी.
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, हम इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल को मंजूरी के लिए एक बार फिर ये फाइल भेज रहे हैं. सिसोदिया ने कहा कि हम पूरी जिम्मेदारी के साथ जांच करेंगे और दोषियों को सजा भी देंगे.
उन्होंने बताया कि, संक्रमण के चलते दिल्ली में 25,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है. यह जांच की जानी है कि इनमें से कितनी मौत अप्रैल और मई के दौरान ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई थी. इसके बाद सिसोदिया ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि ऑक्सीजन संकट नहीं था. उस समय मरीजों के परिवार, अस्पताल मदद के लिए एसओएस संदेश भेज रहे थे.