कोरोना महामारी के बावजूद बिहार व यूपी के लाखों मजदूर हरियाणा जाने के लिए तैयार, करीब डेढ़ लाख प्रवासी कामगारों ने पोर्टल पर किया आवेदन
By भाषा | Published: May 9, 2020 08:05 PM2020-05-09T20:05:43+5:302020-05-09T20:05:43+5:30
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा, ''लगभग डेढ़ लाख प्रवासी कामगार हरियाणा लौटना चाहते हैं जबकि आठ लाख प्रवासी कामगारों ने राज्य से जाने के लिये आवेदन किया है।’’
चंडीगढ़: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि डेढ़ लाख प्रवासी कामगारों ने काम करने के लिये राज्य में वापस लौटने की इच्छा जतायी है। इसके लिये उन्होंने सरकारी पोर्टल पर बाकायदा आवेदन भी किया है। विज ने कहा कि इनमें से अधिकतर कामगार बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के निवासी हैं।
उन्होंने कहा कि उसी पोर्टल पर लगभग आठ लाख प्रवासी कामगारों ने हरियाणा छोड़ने के लिये पंजीकरण कराया है। विज ने कहा, ''लगभग डेढ़ लाख प्रवासी कामगार हरियाणा लौटना चाहते हैं जबकि आठ लाख प्रवासी कामगारों ने राज्य से जाने के लिये आवेदन किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वापस आने की इच्छा रखने वाले डेढ़ लाख में अधिकतर बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के निवासी हैं। यहां कारोबारी गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं और उन्हें उम्मीद है कि यहां वे काम पा सकते हैं।''
राज्य के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने मीडिया से कहा है कि अगर मजदूर लौटना चाहते हैं, तो हम उन्हें लाने के लिए प्रबंध करेंगे। राज्य में औद्योगिक गतिविधियां पहले ही चालू हो चुकी हैं।
अधिकारियों का मानना है कि राज्य में कोरोना वायरस के आंकड़ों की कम संख्या की वजह से मजदूर वापस लौटने का मन बना रहे हैं। शुक्रवार तक हरियाणा में 647 पॉजिटिव केस थे, इनमें 14 इटालियन नागरिक और आठ मौतें भी शामिल हैं। वहीं 279 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
जो लोग हरियाणा लौटना चाहते हैं, उनमें से 74.5% लोग बिहार और उत्तरप्रदेश से हैं। जो लोग हरियाणा से जाना चाहते हैं, उनमें से भी 82.55 फीसदी लोग इन्हीं दोनों राज्यों से हैं। हरियाणा ने मजदूरों को लौटाने के लिए 100 ट्रेनों की मांग की है।