मोहरनिया का नाम बदलकर गुरविंदर नगर करने की मांग
By भाषा | Updated: October 11, 2021 19:15 IST2021-10-11T19:15:21+5:302021-10-11T19:15:21+5:30

मोहरनिया का नाम बदलकर गुरविंदर नगर करने की मांग
बहराइच (उप्र) 11 अक्टूबर बहराइच के सिख समुदाय ने उत्तर प्रदेश सरकार से लखीमपुर में तीन अक्टूबर को हिंसा में मारे गये किसान गुरविंदर सिंह के पैतृक गांव 'मोहरनिया' का नाम बदलकर 'गुरविंदर नगर' करने की मांग की है।
गुरूद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा बहराइच के प्रधान (अध्यक्ष) मनदीप सिंह वालिया ने सोमवार को 'पीटीआई- भाषा' को बताया कि पिछले सप्ताह राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर एवं बहराइच के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचा था। प्रतिनिधिमंडल में बहराइच गुरूद्वारा प्रबंध समिति के लोग भी शामिल थे।
उन्होने बताया कि हिंसा में मारे गए बहराइच जिले के किसान गुरविंदर सिंह "ज्ञानी जी" के परिजनों एव बहराइच गुरूद्वारा कमेटी ने आयोग को गांव का नाम बदलने संबंधी मांग पत्र दिया है। पीड़ित परिवारों ने प्रतिनिधिमंडल को अपनी समस्याएं भी बतलाई थीं।
वालिया ने बताया कि परिवारों की समस्याओं को राज्य अल्पसंख्यक आयोग के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि आयोग के सदस्य परविंदर सिंह ने बताया है कि मुख्यमंत्री सभी परिवारों को लखनऊ बुलाकर उनसे मिलेंगे एवं उनकी समस्याओं को सुनेंगे।
उन्होंने बताया कि मोहरनिया गांव का नाम गुरविंदर नगर करने की मांग भी आयोग के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय को पहुंचा दी गयी है
गुरद्वारा कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि बीते शुक्रवार अकाल तख्त का एक प्रतिनिधिमंडल एसजीपीसी प्रधान (अध्यक्ष) बीबी जागीर कौर के नेतृत्व में पूर्व केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर एवं बहराइच गुरूद्वारा कमेटी के साथ पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचा था। एसजीपीसी ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को पांच पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी है एवं मृतकों के आश्रितों की आजीवन पढ़ाई का जिम्मा लिया है।
प्रबंध समिति अध्यक्ष ने बताया कि बहराइच का जिला प्रशासन भी लगातार मृतक परिवारों के संपर्क में है। सोमवार को जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बहराइच के गुरूद्वारे में पहुंचकर मृतकों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की है।उन्होंने सरकार की ओर से अभी तक की गयी कार्यवाही से बहराइच के सिखों को अवगत करायाा एवं उनसे कहा कि किसी प्रकार की दिक्कत आने पर तत्काल वे प्रशासन से संपर्क करें।
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