Delhi Weather: बारिश के साथ शुरू हुआ मार्च का महीना, दिल्ली में सुबह की बारिश ने बढ़ाई ठंड; IMD ने जारी किया पूर्वानुमान
By अंजली चौहान | Updated: March 1, 2025 07:14 IST2025-03-01T07:12:04+5:302025-03-01T07:14:03+5:30
Delhi Weather: दिल्ली में इस साल फरवरी गर्म रही, इस महीने का औसत अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया

Delhi Weather: बारिश के साथ शुरू हुआ मार्च का महीना, दिल्ली में सुबह की बारिश ने बढ़ाई ठंड; IMD ने जारी किया पूर्वानुमान
Delhi Weather: राजधानी दिल्ली में 1 मार्च की सुबह-सुबह झमाझम बारिश से मौसम बदल गया है। बारिश से दिल्लीवासियों को बढ़ते तापमान से राहत मिली है और तापमान में गिरावट के साथ तोड़ी ठंड का एहसास लोग कर रहे है। इस साल फरवरी में दिल्ली में गर्मी रही और महीने का औसत अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, यह जानकारी पीटीआई ने मौसम विभाग के आंकड़ों से दी।
राष्ट्रीय राजधानी में औसत न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले छह वर्षों में फरवरी का सबसे अधिक न्यूनतम तापमान रहा। पीटीआई ने बताया कि पिछली बार शहर में इतना गर्म औसत न्यूनतम तापमान 2017 में दर्ज किया गया था।
पिछले महीने भी रिकॉर्ड तोड़ रात हुई थी, जब 27 फरवरी को न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो 74 वर्षों में फरवरी की सबसे गर्म रात थी।
आंकड़ों के अनुसार, इसने 1951 के बाद से सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। उसी दिन अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो महीने का सबसे गर्म दिन रहा।
आईएमडी ने कई उत्तरी राज्यों में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी देते हुए मौसम बुलेटिन जारी किया है।
इसके साथ ही, मौसम विभाग ने कहा कि भारत में मार्च में सामान्य से अधिक गर्मी रहने की संभावना है, जिसमें कई दिनों तक लू चल सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डी. शिवानंद पई ने कहा कि प्रायद्वीपीय भारत के कुछ दक्षिणी भागों को छोड़कर, मार्च में देश के अधिकांश भागों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
#WATCH | Delhi: Rain lashes several parts of the National Capital.
— ANI (@ANI) March 1, 2025
(Visuals from Central Secretariat) pic.twitter.com/8MajN4O8tD
पई ने कहा कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है।
रबी फसल पर गर्म मौसम की स्थिति के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर पई ने कहा कि कृषि मंत्रालय के विशेषज्ञों के साथ उनकी चर्चा के अनुसार देश में उगाए जाने वाले लगभग 60 प्रतिशत गेहूं की किस्म गर्मी प्रतिरोधी है।