उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगाग्रस्त इलाकों में स्थिति सामान्य हो रही है। इन क्षेत्रों में अब जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। सुरक्षाकर्मियों की व्यापक गश्त के बीच खुलीं कुछ दुकानों से किराने का सामान और दवाइयां खरीदने के लिए लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दिल्ली हिंसा को लेकर घड़ियाली आंसू बहाए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने की मांगी की है।
दिल्ली हिंसा पर इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैंने ये अनुमान लगाया है जबतक अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन घटनाओं में हस्तक्षेप नहीं करेगा, न केवल इस क्षेत्र के लिए विनाशकारी परिणाम होंगे, बल्कि अंततः दुनिया के लिए भी होंगे।' पाकिस्तान पीएम इमरान ने अपने ट्वीट में दिल्ली हिंसा से जुड़ी तस्वीरें भी ट्वीट की हैं।
दिल्ली नरसंहार में पुलिस और आरएसएस गैंग के जरिये राज्य द्वारा प्रायोजित आतंक 20 करोड़ भारतीय मुसलमानों को कट्टरता की ओर ले जाने का नेतृत्व कर रहा है, ठीक जिस प्रकार से भारतीय बलों के जरिये कश्मीरी युवाओं को कट्टरपंथी बनाया गया और लगभग एक लाख कश्मीरी मारे गए।
In Delhi carnage of Muslims, state-sponsored terror through police & RSS gangs is going to lead to radicalisation of the 200 mn Indian Muslims just as the Kashmiri youth has been radicalised through the oppression of Indian Occupation forces & deaths of almost 100,000 Kashmiris. pic.twitter.com/ybhZrdVhne— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 29, 2020
बता दें, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, मुस्तफाबाद, भजनपुरा, शिव विहार, यमुना विहार हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में शामिल हैं। हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हिंसा के दौरान संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है।
उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, पेट्रोल पंपों को फूंक दिया और स्थानीय लोगों तथा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। सांप्रदायिक हिंसा में सबसे बुरी तरह प्रभावित इन इलाकों में पिछले छह दिनों की तुलना में सड़कों पर अधिक वाहन और लोग दिखे। दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों ने लोगों को अपनी दुकानें खोलने के लिए प्रोत्साहित किया और शांति तथा सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
सुरक्षाकर्मियों ने जाफराबाद में फ्लैग मार्च किया और मौजपुर तथा फिर नूर-ए-इलाही, यमुना विहार और भजनपुरा की संकरी गलियों में गए, जहाँ इस सप्ताह के शुरू में भीड़ ने दुकानों, मकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की और उनमें आग लगा दी थी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के स्कूल अभी भी बंद हैं। हिंसा के मद्देनजर सात मार्च तक स्कूल बंद रहेंगे।