उत्तरपूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक झड़प के दौरान मारे गए दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को शहीद का दर्जा देने के लिए परिजन अड़े हुए हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि रतन लाल के परिजनों को एक करोड़ रुपये देने में क्यों देरी कर रहे हैं?
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, 'मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी शहीद कांस्टेबल रतन लाल जी के परिवार को तुरंत एक करोड़ रुपये का मुआवजा दीजिए? इतनी देरी क्यों? चुप्पी क्यों?'
बता दें, एसीपी गोकलपुरी के कार्यालय से संबद्ध रतन लाल (42) चांदबाग में पथराव के दौरान घायल हुए थे। बाद में पता चला कि उन्हें गोली लगी है और उनकी मौत हो गई। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। रतन लाल राजस्थान के सीकर जिले में फतेहपुर-शेखावटी तहसील के तेहावली गांव के रहने वाले थे।
इधर, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा भड़काऊ भाषण देने के आरापों को लेकर सुर्खियों में हैं, जिसको लेकर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर ने कहा है कि चाहे कपिल मिश्रा हो या कोई और भड़काऊ भाषण देने वाले पार्टी के हर सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। मिश्रा ने गत रविवार को जाफराबाद इलाके में मौजपुर चौक पर सीएए के समर्थकों का नेतृत्व किया था, जिसके बाद यहां सीएए समर्थक और विरोधी समूहों में हिंसा भड़की। मिश्रा ने हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा था।
गौरतलब है कि दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हो गया था। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया था।