दिल्ली में रविवार को आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे। इस दौरान उनके साथ पुराने कैबिनेट के ही सभी 6 विधायक शपथ लेंगे। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस मामले में खुलासा किया है कि आखिर क्यों पुराने कैबिनेट की मदद से ही केजरीवाल सरकार चलाएंगे।
सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सोचा है कि पुराने कैबिनेट के साथियों ने अच्छा काम किया है और उनके काम के आधार पर ही लोगों ने आप के दूसरी बार मौका दिया है। इसलिए हमलोगों ने कैबिनेट में 6 लोगों को ही रखने का फैसला किया है। सिसोदिया ने कहा कि हम लोगों की आशाओं पर खड़ा उतरने के लिए आगे भी काम करेंगे।
बता दें कि इससे पहले मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में किसी मुख्यमंत्री या अन्य राज्यों के नेताओं को आमंत्रित नहीं करने पर खड़े हो रहे कई तरह के सवाल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जवाब दिया था।
मनीष सिसोदिया ने कहा था कि ये हमारी आम आदमी पार्टी की सरकार है, इसलिए इसमें हमनें आम लोगों को न्योता देने पर ज्यादा जोर दिया है।
स्कूल के टीचरों को आमंत्रित करने पर पीसी में मनीष सिसोदिया ने कहा, शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ दिल्ली के स्कूल के टीचरों को नहीं बल्कि डॉक्टरों, पत्रकारों, बस ड्राइवर, मेट्रो कर्मचारी ऑटो ड्राइवर, कैब चालकों, दुकानदारों, बिजनेसमै, पुलिस, छात्र... वो हर लोग जिनसे दिल्ली को चलाने में हमें मदद मिलती है या जिनसे दिल्ली चलती है...सबको आमंत्रित किया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह पर मनीष सिसोदिया ने कहा, 50 विशेष मेहमान मुख्यमंत्री जी के साथ मंच साझा करेंगे, ये मेहमान होंगे 'दिल्ली के निर्माता' जिनके साथ पिछले 5 साल मुख्यमंत्री जी ने मिलकर दिल्ली को बनाया है और जिनके साथ मिलकर अगले 5 साल भी दिल्ली को बढ़ाना है, चलाना है।