नई दिल्ली: कोरोना वायरस को देखते हुए दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि उनकी किसी भी यूनिवर्सिटी में फिलहाल कोई एग्जाम नहीं होंगे। इसमें फाइनल ईयर के एग्जाम भी शामिल हैं, यानी उसे भी कैंसिल कर दिया दया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज (11 जुलाई) इस बात का ऐला किया है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि वह सेंट्रल यूनिवर्सिटी के भी एग्जाम कैंसल कर दें। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि छात्रों को डिग्री यूनिवर्सिटी द्वारा तय मूल्यांकन मापदंडों के हिसाब से दी जाएगी।
दिल्ली उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है सभी युनिवर्सिटीज को फाइनल एग्जाम कैंसल कर छात्रों के इवैल्युएशन का कोई पैमाना तैयार कर डिग्री जल्द से जल्द देने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना की वजह से एग्जाम लेना और डिग्री न देना अन्याय होगा। ये निर्णय स्टेट युनिवर्सिटीज के लिए लिया गया है।
जानें दिल्ली सरकार के किन-किन यूनिवर्सिटी में नहीं होंगे एग्जाम
दिल्ली सरकार की आईपी यूनिवर्सिटी, आंबेडकर यूनिवर्सिटी, डीटीयू व अन्य संस्थानों में इस साल परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कॉलेज में जिस सेमेस्टर को पढ़ाया नहीं गया, उसका परीक्षा लेना काफी मुश्किल है। ये छात्रों के लिए भी सही है।
दिल्ली उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, दिल्ली के अंदर आने वाली सभी सेंट्रल युनिवर्सिटीज के लिए केंद्र को निर्णय लेना है। इसके लिए दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख निवेदन किया है कि दिल्ली सरकार जैसा फैसला देश की दूसरी सेंट्रल युनिवर्सिटीज के लिए भी लिया जाए।
दिल्ली में कोविड-19 के ताजा अपडेट
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,089 नये मामले सामने आए, जिससे महानगर में ऐसे मामलों की संख्या 1.09 लाख से अधिक हो गयी, जबकि मरने वालों की संख्या 3,300 पहुंच गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि पिछले 24 घंटों में 42 लोगों की मौत हुई है। जारी बुलेटिन में कहा गया कि कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,300 और कुल मामलों की संख्या 1,09,140 हो गई है।