समझौता एक्सप्रेस शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुंच गई है। इसमें 76 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिक सवार हैं। पाकिस्तान ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए गुरुवार को वाघा सीमा पर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी, जिसके बाद भारतीय चालक दल का एक सदस्य और गार्ड ट्रेन लेकर अटारी पहुंचे। दिल्ली और लाहौर को जोड़ने वाली इस ट्रेन सेवा में व्यवधान के बाद सुरक्षा मंजूरी के इंतजार में सीमा के दोनों ओर के सैकड़ों यात्री कई घंटों तक फंसे रहे।
भारत के साथ पाकिस्तान के राजनयिक संबंधों का दर्जा घटाने की घोषणा के एक दिन बाद पाक के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने इस्लामाबाद में मीडिया को बताया कि उनके देश ने समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा बंद कर दी है। दूसरी ओर यहां रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन निलंबित नहीं की गई है।
ट्रेन के परिचालन के बारे में सविस्तार बताते हुए कुमार ने कहा कि लाहौर और दिल्ली से समझौता एक्सप्रेस अटारी पहुंचती है। लाहौर से दिल्ली आने वाले यात्री अटारी में भारतीय ट्रेन में सवार होते हैं। इसी तरह लाहौर जाने वाले यात्री पाकिस्तान की ट्रेन में सवार होते हैं। पाकिस्तानी ट्रेन फिर वापस वाघा जाती है और वहां से लाहौर के लिए रवाना होती है। गुरुवार को समझौता एक्सप्रेस लाहौर से अटारी नहीं पहुंची, बल्कि पाकिस्तान में वाघा में ही रुकी रही।
समझौता एक्सप्रेस में छह शयनयान डिब्बे और एक एसी 3-टियर का डिब्बा है। शिमला समझौते के तहत इस ट्रेन सेवा की शुरुआत 22 जुलाई 1976 को की गयी थी। पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच उत्पन्न तनाव की पृष्ठभूमि में पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस साल 28 फरवरी को कुछ समय के लिए इस ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया था। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर