नई दिल्ली, 23 फरवरी: भारत और कनाडा के बीच शुक्रवार को नई दिल्ली में द्वीपक्षीय बातचीत हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नोलोजी में दोनों देशों के बीच अपार संभावनाएं हैं और कनाडा यूरेनियम का बड़ा सप्लायर हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि कनाडा से आए मेरे मित्र और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो अपने साथ कई मित्रों को भी लाएं हैं ये हमारे लिए गौरव की बात है। पीएम मोदी ने अपने वक्तव्य में इन तीन बातों को प्रमुखता से कहा है।
1) पीएम मोदी ने उच्च शिक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि, भारतीय छात्रों के लिए कनाडा एक महत्वपूर्ण स्थान है, वहां भारत के 1 लाख 20 हजार से ज्यादा छात्र हैं। हमने उच्च शिक्षा पर हमारे समझौता ज्ञापन का नवीकरण किया है जो उच्च शिक्षा के मामले में एक्सचेंज को बढ़ावा देगा।
2) अपने वक्तव्य के दौरान पीएम मोदी ने उत्तर कोरिया और मालदीव की स्थिति के बारे बात करते हुए कहा कि इन दोनों देशों के मालले में भारत और कनाडा के विचार समान है। उन्होंने कहा कि, कनाड एक ऊर्जा के क्षेत्र में सुपर-शक्ति है, यह हमारी बढ़ती ऊर्जा की मांग को पूरा करने में सक्षम हैं।