सीडब्ल्यूसी ने राहुल के इस्तीफे की पेशकश ठुकराई, कहा-जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं वो अफवाह हैं

By भाषा | Updated: May 28, 2019 17:20 IST2019-05-28T17:20:57+5:302019-05-28T17:20:57+5:30

पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गांधी के इस्तीफा देने पर अड़े होने से जुड़े सवाल पर कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की सबसे बड़ी नीति निर्धारण इकाई है। उसने 25 मई की बैठक में उनके इस्तीफे की पेशकश ठुकरा दी थी। बाद में जो आप लोग (मीडिया) कह रहे हैं वो सब अफवाह है।’’

Delhi Pradesh Congress Committee has released a statement appealing to Congress President Rahul Gandhi to take back his resignation. | सीडब्ल्यूसी ने राहुल के इस्तीफे की पेशकश ठुकराई, कहा-जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं वो अफवाह हैं

लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर अड़े हुए हैं।

Highlightsखेड़ा ने कहा, ‘‘आप चुनाव जीतते हैं या हारते हैं तो इस तरह की बैठकें होती हैं।’’ दरअसल, सीडब्ल्यूसी की बैठक में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी। शशि थरूर के बाद अब डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने राहुल गांधी से इस्तीफा न देने की गुहार लगाई है।

राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े होने की खबरों के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में गांधी के इस्तीफे की पेशकश को ठुकरा दिया गया था और इसके बाद जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं वो अफवाह हैं।

पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गांधी के इस्तीफा देने पर अड़े होने से जुड़े सवाल पर कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की सबसे बड़ी नीति निर्धारण इकाई है। उसने 25 मई की बैठक में उनके इस्तीफे की पेशकश ठुकरा दी थी। बाद में जो आप लोग (मीडिया) कह रहे हैं वो सब अफवाह है।’’

राहुल गांधी के मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर खेड़ा ने कहा, ‘‘आप चुनाव जीतते हैं या हारते हैं तो इस तरह की बैठकें होती हैं।’’ दरअसल, सीडब्ल्यूसी की बैठक में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी।

हालांकि सीडब्ल्यूसी ने प्रस्ताव पारित कर इसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया और पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए उन्हें अधिकृत किया था। अब सूत्रों का कहना है कि गांधी इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं और उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि पार्टी का नया अध्यक्ष चुना जाए। 


लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। चुनाव में मिली हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अमादा हैं, वहीं कांग्रेस कई नेता उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं।

शशि थरूर के बाद अब डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने राहुल गांधी से इस्तीफा न देने की गुहार लगाई है। एमके स्टालिन ने राहुल गांधी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और उनसे अध्यक्ष पद न छोड़ने का आग्रह किया। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस को संकट की स्थिति से बाहर निकालने के लिए राहुल गांधी सर्वाधिक उपयुक्त व्यक्ति हैं।

इससे पहले कई रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर अड़े हुए हैं।


डीएमके प्रेसीडेंट एमके स्टालिन ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से टेलीफोन पर बात की और उनसे पार्टी के अध्यक्ष पद न छोड़ने का आग्रह किया। इस दौरान राहुल गांधी ने तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन की जीत के लिए एमके स्टालिन को बधाई दी। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने भी स्टालिन को बधाई दी। 

Web Title: Delhi Pradesh Congress Committee has released a statement appealing to Congress President Rahul Gandhi to take back his resignation.