दिल्ली पुलिस ने कहा- निकिता जैकब और शांतनु ने ‘टूलकिट’ बनायी, दिशा रवि ने ग्रेटा थनबर्ग को भेजी
By भाषा | Published: February 15, 2021 05:35 PM2021-02-15T17:35:32+5:302021-02-15T17:36:54+5:30
दिल्ली पुलिस साइबर सेल के जॉइंट सीपी प्रेम नाथ ने बताया कि दिशा रवि ने पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग तक टूलकिट टेलीग्राम एप के माध्यम से पहुंचाई थी।
नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने सोमवार को आरोप लगाया कि जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि ने दो अन्य संदिग्धों निकिता जैकब और शांतनु के साथ मिलकर किसानों के विरोध प्रदर्शन से संबंधित ‘‘टूलकिट’’ दस्तावेज बनाया और सोशल मीडिया पर साझा किया।
पुलिस ने दावा किया था कि बेंगलुरु से शनिवार को गिरफ्तार की गई दिशा ने टेलीग्राम ऐप के माध्यम से जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को ‘‘टूलकिट’’ भेजी थी। ‘टूलकिट’ में ट्विटर के जरिये किसी अभियान को ट्रेंड कराने से संबंधित दिशानिर्देश और सामग्री होती है।
A woman named Puneet who is based in Canada connected these people to the Pro-Khalistani Poetic Justice Foundation. On 11th January Nikita and Shantanu attended a Zoom meeting organised by Poetic Justice Foundation in which modalities were chalked out: Prem Nath, Jt CP Cyber Cell pic.twitter.com/BgL0cr9uXs
— ANI (@ANI) February 15, 2021
संयुक्त पुलिस आयुक्त (साइबर) प्रेम नाथ ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि दिशा ने ‘‘टूलकिट’’ फैलाने के लिए बनाए गए एक व्हाट्सएप समूह को हटा दिया था। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर ‘‘टूलकिट’’ कथित तौर पर साझा करने के लिए जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं।
नाथ ने दावा किया कि निकिता और शांतनु ने ‘खालिस्तान समर्थक समूह’ पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीएफजे) द्वारा ऑनलाइन जूम ऐप के माध्यम से आयोजित एक बैठक में भाग लिया और कहा कि जैकब भी ‘‘टूलकिट’’ दस्तावेज बनाने वालों में से एक था।
उन्होंने कहा, ‘‘दिशा, शांतनु और निकिता ने टूलकिट का निर्माण और संपादन किया। दिशा ने टेलीग्राम ऐप के जरिए ग्रेटा थनबर्ग को टूलकिट भेजी। दिशा ने उस व्हाट्सएप समूह को हटा दिया जो उसने टूलकिट को प्रचारित करने के लिए बनाया था। दिशा की गिरफ्तारी के दौरान विधिवत प्रक्रिया का पालन किया गया है।’’ यहां की एक अदालत ने रविवार को दिशा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
देश विरोध का बीज जहां कहीं भी हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए : अनिल विज
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सोमवार को कहा कि 'देश विरोध का बीज जहां कहीं भी हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए।' विज ने यह टिप्पणी पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के दो दिन बाद की है। दिशा रवि को सोशल मीडिया पर किसानों के प्रदर्शन से संबंधित 'टूलकिट' कथित रूप से साझा करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि 21 वर्षीय कार्यकर्ता 'टूलकिट गूगल डॉक' की संपादक हैं और दस्तावेज बनाने और उसका प्रसार करने वाली 'मुख्य साजिशकर्ता' हैं। उन्हें साइबर प्रकोष्ठ ने शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था । भाजपा नेता विज ने ट्वीट किया, ' 'देश विरोध का बीज जिस किसी के भी दिमाग में हो उस बीज को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिये फिर चाहे वह दिशा रवि हो या कोई और।' '
इस ट्वीट को लेकर एक शिकायत के बाद ट्विटर से आई प्रतिक्रिया को मंत्री ने साझा किया। ट्विटर से आई प्रतिक्रिया में कहा गया है कि उन्हें उक्त ट्वीट को लेकर मंत्री के अकांउट की शिकायत मिली है। ट्टिवर ने कहा, “ हमने इस सामग्री की जांच की और पाया कि यह ट्विटर नियम या जर्मन कानून के तहत हटाने योग्य नहीं है। इसलिए हमने कोई कार्रवाई नहीं की। ”
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए एक 'टूल किट ' साझा की थी। इस 'टूल किट ' में विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी गई थी जिनमें ट्विटर पर विरोध करना, भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करना शामिल हैं।