दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू, संभावित खतरे को देखते हुए लिया गया फैसला
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 12, 2023 01:55 PM2023-07-12T13:55:34+5:302023-07-12T13:56:55+5:30
दिल्ली के 6 जिलों में 2500 टेंट बनाये गए हैं जहाँ पर लोगो को शिफ्ट किया जा रहा है। खादर की झुग्गियों से करीब 27 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। संभावित खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।
नई दिल्ली: राजधानी में बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है। पुरानी दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जल स्तर बुधवार तड़के 207.18 मीटर मापा गया जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने ये फैसला लिया है।
Delhi Police imposed section 144 CrPC as a precautionary measure in the flood-prone areas in Delhi. pic.twitter.com/uN5qNJUwev
— ANI (@ANI) July 12, 2023
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी पोर्टल के अनुसार, यमुना नदी उच्चतम रिकॉर्ड तक बढ़ गई और पुराने रेलवे ब्रिज पर जल स्तर मंगलवार रात 8 बजे 206.76 मीटर से बढ़कर बुधवार सुबह 7 बजे 207.18 मीटर हो गया।
इस बीच मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में इस सप्ताह भी बारिश होगी और 15-16 तारीख के लिए बारिश का यलो अलर्ट है। यमुना के बढ़ते जलस्तर ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अगर बारिश अब भी जारी रहती है तो हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
यमुना के रौद्र रूप को देखते हुए बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
बता दें कि यमुना की तराई से निकाले लोगों के लिए चिल्ला से एनएच-24 तक, डीएनडी से निजामुद्दीन फ्लाइओवर और यमुना बैंक से आईटीओ पुल तक राहत शिविर लगाए गए हैं। यहां खाने-पीने का इंतजाम है। सहायता समूहों की ओर से मेडिकल कैंप भी लगा दिए गए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं हालात पर नजर रख रहे हैं। सीएम केजरीवाल के निर्देश पर दिल्ली के तमाम जगहों पर राहत शिविर लगाए गए हैं। ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में सबसे ज्यादा 1700 टेंट लगाए गए हैं। वहीं नार्थ ईस्ट और साउथ में 150 से 200 टेंट हैं। दिल्ली के 6 जिलों में 2500 टेंट बनाये गए हैं जहाँ पर लोगो को शिफ्ट किया जा रहा है। खादर की झुग्गियों से करीब 27 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।