दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताई हिंसा की पूरी कहानी, कहा- किसान नेताओं ने किया विश्वासघात, 394 पुलिसकर्मी घायल
By अमित कुमार | Published: January 27, 2021 08:51 PM2021-01-27T20:51:41+5:302021-01-27T20:53:00+5:30
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने हिंसा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखी है। नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की वजह से किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकाला था।
Farmers Protest Violence:दिल्ली पुलिस आयुक्त एस.एन. श्रीवास्तव ने हिंसा पर कहा कि किसान नेताओं ने हमारी शर्तें न मानकर हमारे साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस किसी को भी बख्शेगी नहीं। किसान संगठनों के सभी नेताओं से भी पूछताछ की जायेगी। 308 टिव्टर हैंडल पकड़े गये थे जो पाकिस्तान से बनाए गए थे।
उन्होंने बताया कि किसानों ने कल पुलिस के द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए पुलिस बैरिकेड तोड़कर हिंसक घटनाएं की। कुल मिलाकर 394 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कुछ पुलिसकर्मी ICU में भी है। इस हिंसा को लेकर अब तक 19 लोग गिरफ्तार कर चुके हैं। 50 से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभी जांच में कई और नाम भी निकल कर आयेंगे।
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के संबंध में उच्चतम न्यायालय में दो याचिकाएं दाखिल की गईं। एक याचिका में जांच के लिए आयोग के गठन का अनुरोध किया गया है, जबकि दूसरी याचिका में मीडिया को निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि वह बिना सबूत के किसी किसान को ‘आतंकवादी’ नहीं करार दे। केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के पक्ष में मंगलवार को हजारों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी, लेकिन कुछ ही देर में दिल्ली की सड़कों पर अराजकता फैल गई।
कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया। पुलिस के साथ भी उनकी झड़प हुई। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने वाहनों में तोड़ फोड़ की और लाल किले पर एक धार्मिक ध्वज लगा दिया था। अधिवक्ता और याचिकाकर्ता विशाल तिवारी द्वारा दाखिल याचिका में हिंसा और 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के लिए जिम्मेदार लोगों अथवा संगठनों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के वास्ते संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।