नई दिल्ली 28 जून। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली मेट्रो रेलवे कोर्पोरेशन (DMRC) और उसके कर्मचारियों के बीच चल रही खींचतान की खबरों के बीच 27 जून को कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे अपना आन्दोलन बड़े स्तर पर करेंगे। DMRC और उसके कर्मचारियों के बीच इस मतभेद की बड़ी वजह वेतन बढ़ोतरी समय से न होना है।
हालांकि कर्मचारियों ने 27 जून को DMRC के शीर्ष अधिकारियों और शहरी विकास मंत्रालय को अपनी मांगे सौंप दी हैं, लेकिन आन्दोलन पर उनकी राय बेहद साफ़ है कि अगर उनकी मांगें स्वीकार नहीं की जाती हैं तो वह इसका मज़बूती से विरोध करेंगे। कर्मचारियों की दो मुख्य मांगे हैं।
इनमें DMRC कर्मचारी परिषद् को कर्मचारी संघ में तब्दील कर इसका पंजीकरण करना पहली मांग है, जिससे यह एक संवैधानिक समूह बन जाएगा। जबकि IDA (Industria। Dearness A।।owance) में तीसरी बढ़ोतरी लागू करना और उनकी दूसरी मांग है।
इससे पहले कर्मचारियों ने काले हाथों में काले बैंड बाँध कर विरोध जताया था और कुछ कर्मचारियों ने तो ड्यूटी के दौरान खाना तक नहीं खाया। कर्मचारियों का कहना है अगर उनकी मांगे पर कार्यवाई नहीं होती है तो वह भूख हड़ताल पर जायेंगे। एक आंकड़े के अनुसार औसतन 25 लाख यात्री रोज़ दिल्ली मेट्रो से सफ़र करते हैं।
रिपोर्ट: विभव देव शुक्ला