दिल्ली में कोविड शृंखला तोड़ने के लिए 6 सदस्यों की कमेटी का गठन, मरीजों की संख्या पहुंची 35 हजार के करीब
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 12, 2020 09:53 PM2020-06-12T21:53:45+5:302020-06-12T21:56:03+5:30
कोरोना वायरसः उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि कोरोना महामारी से उबरने के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को ठोस योजना, नवीनतम टेक्नोलॉजी का उपयोग, कुशल निगरानी और विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाना चाहिए.
नई दिल्लीःदिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण के लिए 6 विशेषज्ञ सदस्यों की कमेटी गठित की है. यह सलाहकार कमेटी दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सलाह देने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 17 के तहत गठित की गई है.
सलाहकार समिति में एनडीएमए सदस्य कृष्ण वत्स, एनडीएमए सदस्य कमल किशोर, एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव, डीजीएचएस के अतिरिक्त डीडीजी डॉ रविंद्रन, एनसीडीसी के निदेशक डॉ सुजीत कुमार सिंह शामिल हैं.
यह विशेषज्ञ सलाहकार समिति कोविड-19 के प्रसार को रोकने और कोरोना महामारी की वजह से दिल्ली में उत्पन्न हुई चुनौतियों का सामना करने के साथ चिकित्सकीय ढांचे को बढ़ाने के उपायों पर अपनी राय देगी. यह समिति वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना से कारगर लड़ाई के लिए उठाए गए सर्वोत्तम उपाय और उदाहरण भी प्रस्तुत करेगी.
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि कोरोना महामारी से उबरने के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को ठोस योजना, नवीनतम टेक्नोलॉजी का उपयोग, कुशल निगरानी और विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाना चाहिए.
दिल्ली में अब तक कोविड-19 के 34,867 मामले सामने आये है और बृहस्पतिवार को इस महामारी के 1,877 मामले सामने आये थे। सूत्र ने बताया कि उच्च स्तरीय समिति कोविड-19 प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर डीडीएमए को सलाह देगी.
उपराज्यपाल द्वारा गठित एक अन्य समिति ने मामलों के बढ़ने की स्थिति में प्रगति मैदान, तालकटोरा स्टेडियम, इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम का अस्थायी कोविड-19 परिसरों के रूप में इस्तेमाल किये जाने की सलाह दी है. समिति ने इस उद्देश्य के लिए त्यागराज इंडोर स्टेडियम और ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम का इस्तेमाल करने का भी सुझाव दिया है.