दिल्ली पुलिस ने शहर में हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए भाजपा नेता कपिल मिश्रा को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। इसके साथ ही सीलमपुर से बीजेपी प्रत्याशी रहे कौशल मिश्रा को भी पुलिस ने वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला लिया है।
बता दें कि कपिल मिश्रा पर दिल्ली में हुई हिंसा को भड़काने का भी आरोप है। दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली दंगों की सुनवाई करते हुए कहा था कि वह दिल्ली में 1984 जैसे हालात नहीं बनने देंगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कपिल मिश्रा के भड़काऊ भाषण को दिल्ली हाई कोर्ट में भी लाइव चलाकर सुनने के बाद कोर्ट ने पुलिस को कार्रवाई की बात कही थी।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के पक्ष में समर्थन में उतरे मॉडल टाउन से बीजेपी प्रत्याशी रहे कपिल मिश्रा को दिल्ली पुलिस ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। दिल्ली हाई कोर्ट ने भड़काऊ बयान देने के लिए कपिल मिश्रा पर मुकदमा दर्ज करने के लिए निर्णय लेने को कहा था। लेकिन, बाद में 4 हफ्ताह के लिए इस मामले में सुनवाई को कोर्ट ने टाल दिया। ऐसे में कपिल मिश्रा पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
कपिल मिश्रा ने कहा दिल्ली हिंसा की वजह से होली नहीं मनाएंगे-
उत्तरपूर्व दिल्ली में हुई हिंसा के एक हफ्ते बाद स्थिति शांत पर तनावपूर्ण बनी हुई दिखाई दे रही है। इन इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा पर हिंसा भड़काने के आरोप लगे और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की लगातार मांग की जा रही है। इस बीच कपिल मिश्रा ने कहा है कि वह दंगा पीड़ितों के परिवार से मिलेंगे और इस बार होली नहीं मनाएंगे।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, 'मैं दंगा पीड़ित परिवारों से मिल रहा हूं, हिंसा भयानक और कई दिनों की तैयारी से हुई दिखती है, साफ दिखता हैं पेट्रोल बम, एसिड, पत्थर, हथियार हफ्तों से इकट्ठे रखे थे, सुनियोजित हत्याएं हुई और संपत्तियां जलाई गईं, मैं इस बार होली नहीं मनाऊंगा, राहत और सहायता के काम में लगा रहूँगा।'