दिल्ली दुनिया की सर्वाधिक प्रदूषित राजधानी, 30 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 22 शहर
By अनुराग आनंद | Published: March 17, 2021 09:34 AM2021-03-17T09:34:44+5:302021-03-17T10:04:39+5:30
आईक्यू एयर नाम की एक अंतराष्ट्रीय संस्था ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि 2019 की तुलना में 2020 में भारत के कई शहरों में प्रदूषण के मामले में सुधार हुआ है। इसके बावजूद स्थिति गंभीर बनी हुई है।
नई दिल्ली: मंगलवार को एक अंतराष्ट्रीय संस्था द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित राजधानी है। स्विस संगठन आईक्यूएयर (IQAir) ने अपने रिपोर्ट में बताया कि 'वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2020' के अनुसार दुनिया भर के सबसे प्रदूषित 50 शहरों में से 49 शहर बांग्लादेश, चीन, भारत, और पाकिस्तान जैसे एशियाई देशों में हैं।
डीएनए इंडिया के मुताबिक, देश की रैंकिंग में देखें तो बांग्लादेश में सबसे खराब हवा है। इसके बाद पाकिस्तान और भारत का नंबर है। वर्ल्ड कैपिटल सिटी रैंकिंग में दिल्ली सबसे जहरीली हवा वाले शहर में पहले नंबर पर है और उसके बाद ढाका और उलानबटार शहर हैं। इन शहरों में प्रदूषण का स्तर काफी अधिक है।
विश्व के शीर्ष 30 सबसे प्रदूषित शहरों में से 22 शहर भारत में स्थित हैं
रिपोर्ट के अनुसार, 2019 और 2020 के दौरान वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए व्यापक तौर पर किए गए कार्यों के बावजूद भारत में वायु प्रदूषण अभी भी खतरनाक रूप से अधिक है। भारतीय शहर हवा में PM2.5 कण मौजूद होने के मामले में दूसरे शहरों की तुलना में पहले रैंकिंग पर है और विश्व के शीर्ष 30 सबसे प्रदूषित शहरों में से 22 शहर भारत में स्थित हैं।
2019 की तुलना में 63 प्रतिशत तक भारत ने प्रदूषण को कम करने के लिए प्रयास किए
हालांकि, रिपोर्ट में बताया गया है कि उल्लेखनीय रूप से भारत ने कई शहरों में समग्र सुधार किया है। रिसर्च में पाया गया है कि 2019 की तुलना में 63 प्रतिशत तक भारत ने प्रदूषण को कम करने के लिए प्रयास किए हैं। इसका असर शहर के प्रदूषण पर भी देखने को मिल रहा है। लेकिन, इसके बाद भी हवा में मौजूद प्रदूषण के मामले में शहर की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
भारत सरकार ने जनवरी 2019 में शुरू किए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP)
रिपोर्ट में भारत के संबंध में यह भी कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा जनवरी 2019 में शुरू किए गए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत हवा को साफ बनाने के लिए मामूली प्रयास किए गए हैं। इस प्रोग्राम के तहत 2017 को आधार वर्ष मानकर भारत सरकार 2024 तक हवा में मौजूद कण PM2.5 को 122 शहरों में 20 से 30 प्रतिशत तक कम करने के लिए काम कर रही है।