दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को देवली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जारवाल को जमानत दे दी। प्रकाश जारवाल पर दिल्ली के नेब सराय के एक डॉक्टर को कथित आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। उन्हें जेल अधीक्षक के समक्ष 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा किया जाएगा।
बता दें कि नेब सराय इलाके की दुर्गा विहार कॉलोनी में प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले राजेंद्र सिंह (52) नाम के एक डॉक्टर ने 18 अप्रैल को अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। घटनास्थल से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें डॉक्टर ने आत्महत्या के पीछे देवली से आप विधायक प्रकाश जारवाल को कारण बताया था।
विधायक पर सुसाइड करने के लिए मजबूर करने का आरोप
डॉक्टर ने सुसाइड नोट में लिखा था कि विधायक व उनके साथियों ने उन्हें खुदकुशी करने के लिए मजबूर किया है। नेबसराय थाने में विधायक प्रकाश जारवाल समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस ने विधायक के पिता और दो भाई संजय व अनिल से पूछताछ की थी।
डॉक्टर के बेटे ने दर्ज कराई थी नेब सराय थाने में शिकायत
मृतक डॉक्टर के बेटे हेमंत ने शिकायत दर्ज करवाई थी। नेब सराय थाना पुलिस ने डॉक्टर के बेटे हेमंत की शिकायत के आधार पर इस संबंध में जबरन वसूली, आत्महत्या के लिए मजबूर करने और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया था।
आप विधायक प्रकाश जारवाल ने दी थी सफाई
डॉक्टर के आत्महत्या मामले में आप विधायक प्रकाश जरवाल ने सफाई देते हुए कहा था कि मेरा डॉक्टर से कोई लेना-देना नहीं है। मार्च से मेरी उनके साथ कोई पर्सनल मुलाकात नहीं है। उनके ऊपर करीब एक-डेढ़ करोड़ रुपये का कर्ज था और उनका मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं था। वही दबाव बनाने के लिए पहले भी मैसेज किया था, वह पैसे उधार मांग रहे थे।