नई दिल्ली, 5 मार्च: दिल्ली हाई कोर्ट दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की याचिका पर सोमवार (पाँच मार्च) को सुनवाई करेगा। अंशु प्रकाश ने हाई कोर्ट से दिल्ली विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के उस आदेश पर रोक लगाने की मांग की है जिसमें उनके समेत तीन आईएएस अफसरों को सोमवार दोपहर 3 बजे समिति के सामने हाजिर होने के लिए कहा गया है।
दरअसल 19 फरवरी को दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने ये आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके सामने उनके पार्टी के 2 विधायकों ने उनके साथ कथित मारपीट की थी। जिसके बाद दोनों आरोपी विधायकों को प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान गिरफ्तार किया गया। बाद में मामले की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री ्अरविंद केजरीवाल के आवास पर सीसीटीवी फुटेज भी चेक किया।
आम आदमी पार्टी अंशु प्रकाश द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार करती रही है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि अंशु प्रकाश और दिल्ली के कुछ और नौकरशाह भारतीय जनता पार्टी (बीेजपी) के इशारे पर काम कर रहे हैं। अंशु प्रकाश ने आम आदमी पार्टी के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।
अंशु प्रकाश दिल्ली सरकार के सचिवों की बैठक में पिछले हफ्ते इस शर्त पर राजी हुए कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नौकरशाहों को आश्वासन देंगे कि उनके संग मारपीट नहीं होगी। पुलिस द्वारा कराई गई अंशु प्रकाश के मेडिकल रिपोर्ट में उन्हें चोट लगने की पुष्टि हुई थी। पुलिस इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ कर सकती है।