Delhi Excise Policy New Update: 1 अप्रैल तक रिमांड पर रहेंगे केजरीवाल
By धीरज मिश्रा | Published: March 28, 2024 02:49 PM2024-03-28T14:49:16+5:302024-03-28T15:54:13+5:30
Arvind Kejriwal Case Update: दिल्ली की कथित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया।
Arvind Kejriwal Case Update: दिल्ली की कथित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। यहां कोर्ट ने केजरीवाल की एक अप्रैल तक रिमांड बढ़ाई है। बताते चले कि ईडी ने केजरीवाल की सात दिनों की रिमांड मांगी थी। कोर्ट में ईडी ने कहा, हमारे पास 100 करोड़ रिश्वत के सबूत हैं, केजरीवाल शराब घोटाले के किंग-पिंग हैं।
#WATCH | Ramesh Gupta, lawyer for Delhi CM in liquor police case, says, "Arvind Kejriwal today conceded before the court that he is ready to be in custody and he will fully cooperate in the investigation." pic.twitter.com/BffyLCb0nY
— ANI (@ANI) March 28, 2024
दिल्ली की कथित शराब घोटाला मामले में दिल्ली सीएम के वकील रमेश गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आज अदालत के सामने स्वीकार किया कि वह हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं और वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे। वहीं. अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा कि आपके सीएम को परेशान किया जा रहा है।
VIDEO | Police detain a man who brought liquor in the premises of Rouse Avenue Court, where Delhi CM Arvind Kejriwal is being produced in connection with the excise policy case. pic.twitter.com/deqrsD2RZ9
— Press Trust of India (@PTI_News) March 28, 2024
वहीं, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट में केजरीवाल ने खुद अपना पक्ष रखा। केजरीवाल ने कहा कि मुझे 4 लोगों के बयान के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया। जैसे ही बयान उनके खिलाफ गए ईडी ने रिकॉर्ड पर लिए। शरथ रेड्डी से बीजेपी ने इलेक्टोरल बांड के ज़रिए 55 करोड रुपए लिए और रेड्डी को छोड़ दिया। एक तरफ बीजेपी ने पैसे की उगाही की और दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी को खत्म करने का षड्यंत्र रचा गया। क्या एक मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए यह आधार काफी हैं जो ईडी ने दिए। बताते चले कि कोर्ट में सुनवाई पुरी हो गई है और कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।
#WATCH | Few AAP workers are protesting and distributing leaflets against the ED arrest of Delhi CM Arvind Kejriwal, at the ITO Delhi metro station pic.twitter.com/OwyUH6rgNM
— ANI (@ANI) March 28, 2024
इधर केजरीवाल की कोर्ट में पेशी से पहले दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंन भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी आम आदमी पार्टी को तोड़ना चाहती है क्योंकि इनको पता है दिल्ली और पंजाब में चुनाव लड़ कर आम आदमी पार्टी को हराया नही जा सकता। उन्होंने कहा पंजाब में 4 राजनीतिक पार्टियां है पहले पर आप दूसरे और तीसरे पर कांग्रेस-अकाली और चौथे पर भाजपा है।
नामांकन के 24 घंटों में @AAP4Assam के दफ्तर पहुंची दिल्ली पुलिस।
— AAP (@AamAadmiParty) March 28, 2024
इधर AAP Assam ने दो सीटों पर नामांकन किया, उधर BJP के पसीने छूटे।
BJP काम पर Vote मांगने जाये तो जनता इन्हें घर से बाहर निकाल देगी, इसलिए विपक्ष–विहीन चुनाव लड़ना चाहती है भाजपा। pic.twitter.com/K2aoG1k4oi
बीजेपी ने साधा निशाना
#WATCH | On Delhi HC saying "no scope for judicial interference" on plea (now dismissed) seeking Delhi CM's removal from the post, BJP MP Manoj Tiwari says, "Arvind Kejriwal is a looter and corrupt but right now he is on the verge of mental bankruptcy. We accept what the court… pic.twitter.com/XU9wyAFYCl
— ANI (@ANI) March 28, 2024
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जो संविधान और कानून की व्याख्या हैं वो सामने आ रही हैं क्योंकि अरविंद केजरीवाल के पास अगर नैतिकता होती तो वे इस्तीफा दे देते। अगर उन्हें इसमें राजनीति दिख रही है तो उच्च न्यायालय के जिन न्यायाधीशों ने उनकी फाइल देखी वो भी राजनीति कर रहे हैं क्या।
#WATCH | Delhi BJP President Virendraa Sachdeva says, "We have been saying that this (removal of Arvind Kejriwal from CM post) is an administrative decision. If he had morality, he would have resigned till now." pic.twitter.com/Ynjs8DwjTS
— ANI (@ANI) March 28, 2024
दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचारी और लूटेरे तो बन ही गए हैं लेकिन अब वे मानसिक दिवालियापन की कगार पर भी हैं। क्या वे न्यायाधीश को राजनीतिक कहना चाहते हैं।