Delhi Elections: कांग्रेस ने कहा- हम नहीं भाजपा हारी, हम पहले शून्य थे और अब भी शून्य हैं
By भाषा | Published: February 11, 2020 07:03 PM2020-02-11T19:03:14+5:302020-02-11T19:03:14+5:30
कांग्रेस नेता एवं पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव मतगणना के रुझानों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ हम पहले शून्य थे, और अब भी शून्य हैं। इसलिए यह हमारी हार नहीं है। यह भाजपा की हार है।’’ मतगणना रुझान में दिल्ली चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल रही है। कांग्रेस ने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी एक भी सीट नहीं जीती थी।
कांग्रेस नेता एवं पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में उनकी पार्टी हारी नहीं है, क्योंकि उसकी सीटें 2015 की भांति ही शून्य बनी हुई हैं।
दरअसल यह तो भाजपा की हार है। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव मतगणना के रुझानों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ हम पहले शून्य थे, और अब भी शून्य हैं। इसलिए यह हमारी हार नहीं है। यह भाजपा की हार है।’’ मतगणना रुझान में दिल्ली चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल रही है। कांग्रेस ने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी एक भी सीट नहीं जीती थी।
इस बीच, पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के प्रदर्शन को ‘‘नफरत और गंदी राजनीति पर विकास के एजेंडे की जीत’’ करार दिया। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में 19 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
चीमा ने ट्वीट किया, ‘‘ आम आदमी पार्टी के पक्ष में इस भारी जनादेश के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और दिल्ली के लोगों को बधाई। यह नफरत और गंदी राजनीति पर विकास के एजेंडे की जीत है।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बधाई दी है। गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘श्री केजरीवाल और आप को दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने पर बधाई और मेरी शुभकामनाएं।’’
दिल्ली में बिजली, पानी, शिक्षा और विकास को अपना चुनावी मुद्दा बनाने वाली आम आदमी पार्टी मंगलवार सुबह से चल रही मतगणना के रुझानों में बेहद मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है और इसके लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के संकेत हैं।
वहीं, इस चुनाव में आप की मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा दूसरे नंबर पर है और कांग्रेस का दूर-दूर तक कोई नामो-निशान नहीं है। निर्वाचन आयोग के ताजा आकड़ों के मुताबिक आम आदमी पार्टी 70 में से 63 सीटों पर, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सात सीटों पर आगे चल रही है।