Delhi Elections: द्वारका में बोले पीएम मोदी- दिल्ली में ऐसा नेतृत्व चाहिए जो CAA, अनुच्छेद 370 फैसलों पर देश का साथ दे, भड़काने वाले भला करेंगे क्या
By रामदीप मिश्रा | Updated: February 4, 2020 17:14 IST2020-02-04T16:37:44+5:302020-02-04T17:14:54+5:30
Delhi Elections 2020: पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली को बदलने के लिए राष्ट्रहित के भाव को बुलंद रखने के लिए आपके इस जोश और जुनून को मैं आदर पूर्वक नमन कर करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के द्वारका में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए।
दिल्ली चुनाव 2020 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) धुआंधार प्रचार कर रही है। इस दौरान मंगलवार (04 फरवरी) को राष्ट्रीय राजधानी के द्वारका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया है। वोटिंग से चार दिन पहले बीजेपी के पक्ष में ऐसा माहौल कई लोगों की नींद उड़ा रहा है। कल पूर्वी दिल्ली में और आज यहां द्वारका में ये साफ हो गया है कि 11 फरवरी को क्या परिणाम आने वाले हैं। इस दौरान भारत माता के जयकारे लगवाए और दुष्यंत चौटाला को अपना दोस्त बताया।
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली में ऐसा नेतृत्व चाहिए, जो CAA, अनुच्छेद 370 जैसे, राष्ट्रीय सुरक्षा के तमाम फैसलों पर देश का साथ दे। अपनी राजनीति के लिए, तुष्टिकरण के लिए, लोगों को भड़काने वाले लोग क्या दिल्ली का भला कर सकेंगे? ये लोग बाटला हाउस के आतंकियों के लिए रो सकते हैं, उनका साथ देने के लिए सुरक्षाबलों को कठघरे में खड़ा कर सकते हैं लेकिन दिल्ली का विकास नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद देश और दिल्ली के लोग पहले दिन से देख रहे हैं कि कैसे इन लोगों द्वारा अफवाहें फैलाई जा रही हैं, झूठ बोला जा रहा है। दिल्ली की जनता सब कुछ देख रही है, सब कुछ समझ रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली को बदलने के लिए राष्ट्रहित के भाव को बुलंद रखने के लिए आपके इस जोश और जुनून को मैं आदर पूर्वक नमन कर करता हूं। दिल्ली के ये चुनाव, इस दशक का पहला चुनाव है। ये दशक, भारत का दशक होने वाला है और भारत की प्रगति उसके आज लिए गए फैसलों पर निर्भर करेगी। आज एक तरफ इन फैसलों को लेने वाला पक्ष है और दूसरी तरफ इन फैसलों के खिलाफ खड़ा विपक्ष है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली और देश के हित में इस बार एकजुट, एक स्वर, पूरी ताकत के साथ हमें खड़े होना है। दिल्ली को दोष देने वाली नहीं, दिशा देने वाली सरकार चाहिए। दिल्ली को रोड़े अटकाने वाली और नफरत फैलाने वाली राजनीति से मुक्ति चाहिए। दिल्ली को उलझाने वाली नहीं, सुलझाने वाली राजनीति चाहिए। दिल्ली को विकास की योजनाएं रोकने वाला नहीं, सबका साथ-सबका विकास पर विश्वास करने वाला नेतृत्व चाहिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कई योजनाओं को लागू करने से दिल्ली सरकार ने मना कर दिया है। दिल्ली के गरीबों का क्या गुनाह है, जो उन्हें 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिलता? दिल्ली में ऐसी बेदर्द सरकार बैठी है जिसे दिल्ली वालों की जिंदगी की परवाह नहीं है। दिल्ली के बेघर लोगों का क्या अपराध है कि उन्हें पीएम आवास योजना के तहत अपना घर नहीं मिलता?
पीएम ने कहा कि दिल्ली के किसानों का क्या कसूर है जो उन्हें पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलता। दिल्ली के डेली क्मूटर का क्या कसूर है, जो मेट्रों के चौथे चरण के विस्तार को 2 साल तक मंजूरी नहीं दी गयी? पिछले 5 साल में केंद्र सरकार ने जिस स्पीड और स्केल से काम किया है, वो अपने आप में अभुतपूर्व है। स्वतंत्रता के बाद से कभी भी इतनी तेजी से काम नहीं हुआ है।