दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रारंभ हो गया है। दिल्ली के लोग घर से निकलकर मतदान केंद्र तक पहुंच रहे हैं। मतदान केंद्र के बाहर लंबी लाइनें सुबह से ही देखी जा रही है। इस बार राजधानी में रहने वाले 80 साल से ज्याद उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक नहीं जाना होगा। वे पोस्टल बैलेट (Postal Ballot) के जरिये मतदान में हिस्सा ले सकेंगे।
ये सुविधा दिव्यांग मतदाताओं (Differently-abled Voters) के लिए भी होगी। आपको बता दें कि चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली में ऐसे 1.46 करोड़ मतदाता हैं।
इन परिस्थितियों में दी जाती है पोस्टल बैलेट की सुविधामतदाताओं को पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान की सुविधा कुछ खास परिस्थितियों में मिलती है। अगर मतदाता सेना या सरकार के लिए काम करता है या चुनावी ड्यूटी के लिए अपने राज्य से बाहर है तो उसे ये सुविधा दी जाती है। वहीं एहतियातन हिरासत (Preventive Detention) में लिए गए मतदाताओं को भी पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा दी जाती है। इस बार दिल्ली के चुनाव में ये सुविधा बजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को भी मिलेगी।
ऐसे करें घर से वोटसभी मतदान केंद्रो पर इस बार अगर कोई मतदान करने जाता है, तो हेल्प डेस्क के पास ही उसका फोटो पहचान पत्र स्कैन कर लिया जाएगा। इससे ऐप पर यह पता चलेगा कि कोई व्यक्ति वोट डालने गया है। इसके बाद मतदान करने के बाद उसके फोटो पहचानपत्र को स्कैन किया जाएगा, जिससे ऐप पर पता चलेगा कि उस व्यक्ति ने मतदान कर दिया है। उक्त मतदान केंद्र पर रजिस्टर्ड जितने मतदाता है, उसमें से कितने ने मतदान किया, इसका लाइव पता चलेगा ऐप पर।
बता दें कि चुनाव अधिकारियों ने शनिवार को होने वाले 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए तैयारियां पूरी हैं और राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के साथ ही शाहीन बाग तथा अन्य संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। दिल्ली में 1.47 करोड़ लोगों को मताधिकार प्राप्त है और इस चुनावी मुकाबले में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, भाजपा तथा कांग्रेस प्रमुख रूप से मैदान में हैं।
मतदान से कुछ दिन पहले ही कांग्रेस और भाजपा ने अपना प्रचार अभियान बड़े आक्रामक तरीके से चलाया। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि सभी ईवीएम की जांच की गई है और वे फुलप्रूफ हैं तथा उनसे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। सुरक्षा कर्मी स्ट्रांग रूम की पहरेदारी कर रहे हैं जहां ईवीएम रखे गए हैं। दिन में सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव कर्मी ईवीएम और अन्य मतदान सामग्री कड़ी निगरानी में ले गए।
उन्होंने कहा, ‘‘मतदान सामग्री मिलने के बाद, बड़ी संख्या में मतदान केंद्र पहले ही स्थापित हो गए हैं और जल्द ही सभी हो जाएंगे। मॉडल मतदान केंद्र सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों में, प्रत्येक में एक हैं। वहां एक-एक पिंक बूथ भी होंगे।’’ अधिकारियों ने कहा कि शाहीन बाग में चल रहे संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने क्षेत्र के तहत पड़ने वाले सभी पांच मतदान केंद्रों को ‘संवेदनशील’ की श्रेणी में रखा है और मतदाताओं में विश्वास पैदा करने के लिए लगातार कदम उठाये जा रहे हैं।