JNU यूनिवर्सिटी वाले इलाके में लेफ्ट को नोटा से भी कम मिले वोट, आंकड़ों में भारी अंतर
By पल्लवी कुमारी | Published: February 11, 2020 01:27 PM2020-02-11T13:27:46+5:302020-02-11T13:27:46+5:30
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्ट ने 67 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी। दिल्ली 70 सीटों में आप को 67 सीटें, बीजेपी को तीन, कांग्रेस को 0 सीटें मिली थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के नतीजें लगभग एकदम साफ है। चुनाव आयोग के आकड़ों के मुताबिक दिल्ली की 70 सीटों में आप 58 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। बीजेपी 12 सीटों पर आगे चल रही है। इसी बीच महरौली सीट के रुझान हैरान कर देने वाले हैं। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) महरौली विधानसभा इलाके में आता है। राजनीतिक गलियारों के मुताबिक यहां लेफ्ट पार्टियों का बोलबाला रहा है। लेकिन इस बार के आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। यहां लेफ्ट पार्टी को नोटा से भी कम वोट मिले हैं।
चुनाव आयोग के दोपहर एक बजे तक के डेटा के मुताबिक महरौली सीट से आम आदमी पार्टी के नरेश यादव सबसे आगे चल रहे हैं। उन्हें 23 हजार 153 वोट मिले हैं। वहीं बीजेपी उम्मीदवार कुसुम खत्री को 14 हजार 389 वोट मिले हैं। इस सीट से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक नाम की लेफ्ट पार्टी को सिर्फ 58 वोट मिले हैं। वहीं नोटा को 231 वोट मिले हैं। ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक नाम की लेफ्ट पार्टी से डी के चोपड़ा को टिकट मिला था। महरौली साउथ दिल्ली इलाके में पड़ता है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020: 62.59 फीसदी हुआ मतदान
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के लिए 8 फरवरी को वोटिंग हुए थे। चुनाव आयोग के मुताबिक मतदान 62.59 प्रतिशत हुआ था। साल 2015 में विधानसभा चुनाव में 67.47 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान एक ही चरण में हुआ था। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित हैं। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो रहा है।