Delhi Election- विरोध-प्रदर्शन तेज, पुलिस ने आयोग से केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 30 अतिरिक्त कंपनियां मांगी
By भाषा | Published: January 30, 2020 08:04 PM2020-01-30T20:04:44+5:302020-01-30T20:07:12+5:30
पुलिस आयुक्त कार्यालय द्वारा सीईओ को यह भी बताया गया है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन, दिल्ली में विधानसभा चुनाव को देखते हुये लंबे समय तक चल सकते हैं। इस कारण से केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 30 अतिरिक्त कंपनियां चुनाव प्रक्रिया में तैनात करने के लिये मुहैया कराने की मांग की गयी है।
दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) सहित अन्य मुद्दों पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति को नाजुक बताते हुये दिल्ली पुलिस ने निर्वाचन आयोग से दिल्ली विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिये केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 30 अतिरिक्त कंपनियां मांगी हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिये आगामी आठ फरवरी को मतदान होगा। दिल्ली पुलिस आयुक्त कार्यालय ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति से अवगत कराते हुये कहा है कि पिछले एक महीने से दिल्ली में जारी विरोध प्रदर्शनों में हिंसा की घटनाओं ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कानून व्यवस्था की स्थिति को नाजुक बना दिया है।
पुलिस आयुक्त कार्यालय द्वारा सीईओ को यह भी बताया गया है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन, दिल्ली में विधानसभा चुनाव को देखते हुये लंबे समय तक चल सकते हैं। इस कारण से केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 30 अतिरिक्त कंपनियां चुनाव प्रक्रिया में तैनात करने के लिये मुहैया कराने की मांग की गयी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में छह जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले दिल्ली पुलिस ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केन्द्रीय सुरक्षा बलों की 179 कंपनियां तैनात करने की जरूरत से आयोग को अवगत कराया था।
इसके आधार पर मुहैया करायी गयी 176 कंपनियां चुनाव के दौरान तैनात हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिये 31 जनवरी को सीईओ और पुलिस आयुक्त सहित अन्य संबद्ध पक्षकारों की बैठक बुलायी है। इसमें कानून व्यवस्था की नाजुक स्थिति को देखते हुये सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने पर भी विचार विमर्श किया जायेगा।
दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में निर्बाध चुनाव आयोजित कराने के लिए इंतजामों का आकलन किया है जहां नये नागरिकता कानून के विरोध में पिछले एक महीने से प्रदर्शन चल रहा है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। विशेष आयुक्त (खुफिया) प्रवीर रंजन ने बताया कि इस क्षेत्र में निर्बाध चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उच्च स्तर पर आकलन किया गया।
उन्होंने बताया कि मुख्य चुनाव अधिकारी और निर्वाचन आयोग ने स्थिति की समीक्षा की। चुनाव अधिकारियों के पहुंचने और सामग्री को वहां तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक मार्गों की योजना तैयार की गई है। अधिकारी ने कहा कि शांति बनाए रखने और मतदान के लिए अनुकूल माहौल सुनिश्चित करने के मकसद से प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस के साथ सहयोग किया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुछ दिन पहले पिस्तौल लिए हुए एक व्यक्ति प्रदर्शन स्थल पर बने अस्थायी मंच पर चढ़ गया था। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उसकी पिस्तौल जब्त कर ली गई है।
जिला पुलिस उसके हथियार लाइसेंस को रद्द करने की सिफारिश कर सकती है। 15 दिसंबर से सैकड़ों महिलाएं नोएडा को जोड़ने वाले कालिंदी कुंज रोड पर प्रदर्शन कर रही हैं। आठ फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में प्रदर्शन को काफी सुर्खियां मिल रही हैं और भाजपा ने प्रदर्शनकारियों पर हमले तेज कर दिए हैं।