केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था। दिल्ली पटियाला कोर्ट उस मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर को करेगी।
एम जे अकबर ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में 15 अक्टूबर को 'आपराधिक मानहानि केस' दर्ज किया था। जिसके वकालतनामे में एमजे अकबर के वकील ने लिखा है कि "इस केस में एमजे अकबर की तरफ से 97 वकील रखे गए हैं।'
केन्द्रीय मंत्री एम जे अकबर ने अपने ऊपर लगे यौन शोषण के सारे आरापों को खारिज कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने आरोपी लगाने वाली महिला पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानी का केस दर्ज किया था। जिसके लिए 97 वकीलों की टीम रखी गई है।
पत्रकार प्रिया रमानी ने कहा- मानहानि की शिकायत का सामना करने के लिए तैयार हूं
पत्रकार प्रिया रमानी ने सोमवार (15 अक्टूबर) को कहा कि वह केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा उनके खिलाफ अदालत में दायर मानहानि की शिकायत का सामना करने के लिए तैयार हैं और उन्होंने अकबर के बयान पर निराशा जताते हुए कहा कि इसमें ‘‘पीड़ित जिस सदमे और भय से गुजरे हैं’’ उसका कोई ख्याल नहीं रखा गया।
उन्होंने यह भी कहा कि अकबर ‘‘डरा धमकाकर और उत्पीड़न’’ करके पीड़ितों को ‘‘चुप’’ कराना चाहते हैं। अफ्रीका से लौटने के बाद विदेश राज्यमंत्री ने कई महिलाओं द्वारा उनके खिलाफ लगाए यौन उत्पीड़न के आरोपों को रविवार को खारिज करते हुए इन्हें ‘‘झूठा, मनगढ़ंत और बेहद दुखद’’ बताया।
रमानी ने कहा, ‘‘यह कहने की जरुरत नहीं है कि मैं अपने खिलाफ लगे मानहानि के आरोपों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हूं क्योंकि सच ही मेरा बचाव है।’’
ये हैं वो ग्यारह महिला पत्रकार, जिन्होंने अकबर के उपर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं
पत्रकार प्रिया रमानी के अलावा यूके बेस्ड पत्रकार रुथ डेविड, यूएस बेस्ड पत्रकार डीपी कांप , सबा नकवी, संपादक गज़ाला वहाब, सुतापा पॉल, शुमा राहा, फ्रीलांस जर्नलिस्ट कनिका गहलोत, प्रेरणा सिंह बिंद्रा, कादंबरी वेड, सुपर्णा शर्मा ने अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।