Delhi Coaching Incident: दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक सीवर के फटने के बाद वहां पानी भरने से तीन छात्रों की मौके पर मृत्यु हो गई। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस और अग्निशमन ने दी साझा कर पुष्टि कर दी है। हालांकि, इस बीच शनिवार रात से छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी डिमांंड है कि इस तरह से कोचिंग संचालकों पर कार्रवाई हो, जो बिना अनुमति के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी चला रहे हैं।
घटनास्थल पर मौजूद छात्र ने बताया कि ये लापरवाही की वजह से हुआ। उसने बताया कि कई जगहों पर आधा घंटा बारिश होने से घुटनों तक पानी आ जाता है और ये सब दो सालों से लगातार हो रहा है। हालांकि, छात्र ने शनिवार रात को हुई घटना नाम देने से इनकार किया, उसके मुताबिक घटना वो होती है जो एक बार या कभी का दार होती है, ये स्थिति पिछले दो सालों से बनी हुई है। दूसरी बात छात्रों ने बताया कि उन्होंने मकान मालिकों से बात की, वो लगातार पार्षद से इस बात की शिकायत कर रहे थे, लेकिन फिर भी उनके द्वारा नालों की सफाई नहीं करवाई गई। इसके लिए जिम्मेदार यहां के पार्षद भी हैं, ऐसा मौजूद छात्रों ने कहा।
पहले बिजली गुल की गई, फिर लाशें..पहले बिजली गुल की गई, फिर लाशें निकाली गई और फिर बच्चों को तितर-बितर करने के लिए पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। 300 से ज्यादा लोग प्रशासन के खड़े थे, जिसमें 100 से ज्यादा पुलिस वाले और एनडीआरएफ की टीम खड़ी थी। छात्रों ने इस पर कहा कि 10 दिन पहले अगर इतनी तत्परता दिखाई होती, तो स्थिति नियंत्रण में होती और ऐसा हादसा नहीं होता।
छह दिन पहले यूपीएससी मेन्स की तैयारी कर रहे एक छात्र की मौत पटेल नगर में करेंट लगने से हुई। ये चीजें लगातार बारिश के दिनों में ही होती हैं। जितनी लोगों की मृत्यु हुई, वो साफ बताई जाए, हादसे के वक्त मौजूद छात्रों ने बताया कि वो लोग राहत कार्य में लगे कर्मियों के साथ खड़े थे, तो उन्होंने बताया कि इसमें 8 से 10 छात्रों की जान चली गई है।
कोचिंग सेंटर पैसा तो आंख बंद..ओल्ड राजेंद्र नगर में चल रही कोचिंग सेंटरों की लाइब्रेरी बेसमेंट में बनी है, आज ये घटना एक जगह हुई और कल को कहीं भी हो सकती है। ऐसी कुव्यवस्था से चल रही कोचिंग सेंटर बंद होनी चाहिए, छात्रों ने आरोप लगाया कि कोचिंग सेंटर पैसा तो आंख बंद करके मांगते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर ये देते हैं। इसके अलावा मकान मालिकों का भी यही हाल है।