नई दिल्लीः दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन एक हफ्ते के लिए बढ़ाया जाएगा, तीन मई की सुबह तक पाबंदियां लागू रहेंगी।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के चलते हालात में सुधार नहीं होने के चलते राज्य सरकार सूबे में लगे लॉकडाउन को और एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है। लॉकडाउन को अगले सोमवार (3 मई) तक सुबह 5 बजे तक बढ़ाया गया है। दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति गंभीर बनी हुई है और बीते कुछ दिनों में संक्रमण दर 36 प्रतिशत के उच्चतर स्तर पर है।
लॉकडाउन को 26 अप्रैल की सुबह खत्म होना था
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी की स्थिति को देखते हुए एक पोर्टल बनाया गया है, आपूर्ति के बेहतर प्रबंधन के लिए ऑक्सीजन उत्पादक, आपूर्तिकर्ता और अस्पताल से मिली जानकारी के आधार पर इसे हर दो घंटे में अपडेट किया जाएगा जिसे आपात स्थिति में बड़ी मुश्किल न खड़ी हो। राष्ट्रीय राजधानी में पहले लॉकडाउन को 26 अप्रैल की सुबह खत्म होना था। उन्होंने कहा, “ हमें कुछ और दिन स्थिति देखनी होगी, मामले घटते हैं या बढ़ते हैं।”
दिल्ली में छोटी अवधि के लिए लगाए लॉकडाउन के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 19 अप्रैल को छह दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी जो सोमवार सुबह पांच बजे तक लागू होगा।
संक्रमण की कड़ी को तोड़ने और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए यह लॉकडाउन लागू किया गया था। दिल्ली सरकार के एक सूत्र ने कहा, ''छोटी अवधि के लॉकडाउन का मकसद मामलों की संख्या को काबू करने के साथ ही स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने के लिए समय हासिल करना था। हालांकि, परिस्थितियां खराब से बदतर हो गई हैं। ऐसे हालात में एक और सप्ताह के लिए लॉकडाउन को विस्तार देना एक संभव विकल्प है।''
शनिवार को कोरोना वायरस के 24000 से अधिक मामले आए थे
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता पर नजर रखने के लिए एक पोर्टल बनाया गया है और फैसला किया गया है कि उत्पादक, आपूर्तिकर्ता तथा अस्पताल हर दो घंटे पर आपूर्ति और उपभोग जानकारी को अपडेट करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा प्रति दिन 10 टन और बढ़ा दिया है जिससे उम्मीद है कि ऑक्सीजन को लेकर अव्यवस्थित स्थिति कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी। केजरीवाल ने कहा, “ केंद्र सरकार ने दिल्ली का (ऑक्सीजन) कोटा प्रतिदिन 480 टन से बढ़ाकर 490 टन कर दिया है। लेकिन हमें अभी पूरा कोटा नहीं मिला है।
फिलहाल, हमें रोजाना 330-335 टन की आपूर्ति मिल रही है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को केंद्र से बहुत समर्थन मिल रहा है और दोनों ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या को हल करने के लिए उचित तरीके से समन्वय कर रहे हैं। दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस के 24000 से अधिक मामले आए थे और 357 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी जो एक दिन में अब तक सर्वाधिक है। राष्ट्रीय राजधानी में 12 दिन में करीब 2500 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली के कई अस्पताल ऑक्सीजन की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं।
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल को भी ऑक्सीजन मिली
राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन की भारी कमी के बीच यहां लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल को रविवार सुबह करीब 10 बजे ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अस्पताल में ऑक्सीजन का भंडार खत्म हो गया था। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा, ‘‘हमारा ऑक्सीजन भंडार खत्म हो गया था और हमारे पास केवल दो घंटे के लिए ही ऑक्सीजन बची थी।’’
एलएनजेपी अस्पताल की रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन एवं आप विधायक राघव चड्ढा ने अस्पताल में ऑक्सीजन का भंडार भरने के लिए क्रायोजेनिक टैंकर के रास्ते में होने के बारे में ट्वीट किया था। उन्होंने रविवार को सुबह नौ बजकर 55 मिनट पर ट्वीट किया, ‘‘अगले 30 मिनट में एलएनजेपी को क्रायोजेनिक टैंकर के जरिए तरल ऑक्सीजन मिलेगी। टैंकर रास्ते में है।’’ चड्ढा ने सर गंगाराम अस्पताल को भी देर रात करीब 12 बजकर 20 मिनट पर एक मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिलाने में मदद की थी। अस्पताल को रविवार तड़के पांच मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली।