नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार पीएम मोदी के 'मुफ्त रेवड़ी' वाले बयान को लेकर हमलावर हैं। गुरुवार को उन्होंने एकबार फिर से केंद्र सरकार पर इसी मुद्दो को लेकर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से जनता को मुफ्त में मिलने वाली सुविधाओं का विरोध किया जा रहा है कहा जा रहा है कि सारी मुफ्त की सुविधाओं को बंद किया जाए।
उन्होंने भाजपा शासित केंद्र सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि क्या केंद्र सरकार की आर्थिक हालत ज्यादा खराब तो नहीं हो गई है? हाल ही में बढ़ाए गए जीएसटी को लेकर केजरीवाल ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 75 वर्षों में कभी भी सरकार ने बुनियादी खाद्यान्न पर कर नहीं लगाया। पेट्रोल और डीजल पर टैक्स 1000 करोड़ से अधिक है।
दिल्ली सीएम ने कहा, वे (केंद्र) अब कह रहे हैं कि सरकार की सभी मुफ्त चीजें खत्म होनी चाहिए, सरकारी स्कूलों, अस्पतालों में फीस ली जानी चाहिए। वे कह रहे हैं कि मुफ्त राशन बंद कर दिया जाए? इस पर उन्होंने सवाल किया कि कहां गया केंद्र का सारा पैसा? उन्होंने केंद्र पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा- वे इस सरकारी पैसे से अपने दोस्तों का कर्ज माफ कर रहे हैं। उन्होंने अपने अरबपति दोस्तों के टैक्स भी माफ कर दिए हैं।
वहीं केंद्र की नई सैन्य भर्ती योजना को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा, अग्निपथ योजना जब लेकर आए तो कहा गया कि इसको लाने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि सैनिकों के पेंशन का खर्च इतना बढ़ गया कि केंद्र सरकार उसको बर्दाश्त नहीं कर पा रही। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि कोई सरकार ऐसा कह रही है।