दिल्ली की आबोहवा में लगातार चौथे दिन छाया रहा धुंध, एक्यूआई 'बेहद खराब' श्रेणी में

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 1, 2023 11:23 AM2023-11-01T11:23:27+5:302023-11-01T11:35:19+5:30

दिल्ली शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 10 बजे 372 दर्ज किया गया, जो इस माौसम में अब तक का सबसे अधिक है। 

Delhi climate Haze again air quality in very poor category | दिल्ली की आबोहवा में लगातार चौथे दिन छाया रहा धुंध, एक्यूआई 'बेहद खराब' श्रेणी में

फोटो क्रेडिट- एक्स

Highlightsदिल्ली और आसपास के शहरों में बुधवार को धुंध छायी रहीराजधानी के मानसून में रात के दौरान तापमान में गिरावट देखा गयाहवा नहीं चलने के कारण राजधानी की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई

नई दिल्ली:दिल्ली और आसपास के शहरों में बुधवार को धुंध छायी रही और रात के दौरान तापमान में गिरावट देखा गया। हवा नहीं चलने के कारण राजधानी की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 10 बजे 372 दर्ज किया गया, जो इस माौसम में अब तक का सबसे अधिक है। 

24 घंटे की अवधि का मंगलवार को औसत एक्यूआई 359, सोमवार को 347, रविवार को 325, शनिवार को 304 और शुक्रवार को 261 दर्ज किया गया था। शहर के भीतरी इलाके जैसे नेहरू नगर (402), सोनिया विहार (412), रोहिणी (403), वजीरपुर (422), बवाना (403), मुंडका (407), आनंद विहार (422), और न्यू मोती बाग (435) में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। 

इन स्थानों पर पीएम2.5 (सूक्ष्म कण जो सांस लेने पर श्वसन प्रणाली में गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं) की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से छह से सात गुना अधिक रही। पड़ोसी गाजियाबाद में एक्यूआई 280, फरीदाबाद में 318, गुरुग्राम में 254, नोएडा में 333 और ग्रेटर नोएडा में 372 था। 

पुणे स्थित भारतीय ऊष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान द्वारा विकसित एक संख्यात्मक मॉडल-आधारित प्रणाली के अनुसार, वर्तमान में शहर की खराब वायु गुणवत्ता में वाहन उत्सर्जन (11 प्रतिशत से 15 प्रतिशत) और पराली जलाने (सात प्रतिशत से 15 प्रतिशत) का सबसे ज्यादा योगदान है। 

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, बुधवार (एक नवंबर) से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के शहरों और कस्बों के बीच केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस6-श्रेणी की अनुपालना वाली डीजल बसों को ही संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।

प्रदूषण के स्तर को कम करने की कोशिश के तहत केंद्र ने अप्रैल 2020 में घोषणा की थी कि भारत में बेचे जाने वाले सभी वाहनों को भारत स्टेज-6 (बीएस6) उत्सर्जन मानकों के अनुरूप होना चाहिए। दिल्ली के लिए केंद्र की वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता कुछ और दिन तक बेहद खराब श्रेणी में रहने के आसार हैं।

Web Title: Delhi climate Haze again air quality in very poor category

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे