Delhi Election Results 2025: प्रवेश वर्मा की जीत?, जानें बेटियां त्रिशा और सानिधि ने क्या कहा, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 8, 2025 13:14 IST2025-02-08T13:13:45+5:302025-02-08T13:14:38+5:30
Delhi Chunav Parinaam 2025 Live:

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Delhi Chunav Parinaam 2025 Live: आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से अपने प्रतिद्वंद्वी एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा से चुनाव हार गए हैं। 3789 वोट से वर्मा ने बाजी मार ली है। केजरीवाल को 24449 और वर्मा को 28238 वोट मिले। इस बीच आप नेता एवं दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र जंगपुरा से हार स्वीकार कर ली और उम्मीद जताई कि भाजपा क्षेत्र में लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी। मैं जीतने वाले उम्मीदवार को बधाई देता हूं।
#WATCH | Daughters of BJP candidate from the New Delhi assembly constituency Parvesh Verma, Trisha and Sanidhi say, "We thank the people of New Delhi for their support. The people of Delhi will never make the mistake of giving a second chance to a person who runs govt by telling… pic.twitter.com/jOze2sKzkx
— ANI (@ANI) February 8, 2025
#WATCH | BJP candidate from New Delhi, Parvesh Verma leaves from the residence of Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/lETwgOBBQi— ANI (@ANI) February 8, 2025
#WATCH | #DelhiElectionResults | Sister of BJP candidate from New Delhi assembly constituency Parvesh Verma, Rachna Sindhu says, "I am happy - as an elder sister. I am happy and the women of the constituency are also happy as they have shown trust in Parvesh... We worked in those… pic.twitter.com/zZCH6Rrgq5
— ANI (@ANI) February 8, 2025
नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार वर्मा की बेटियां त्रिशा और सानिधि ने कहा कि हम नई दिल्ली के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं। दिल्ली के लोग झूठ बोलकर सरकार चलाने वाले व्यक्ति को दूसरा मौका देने की गलती कभी नहीं करेंगे। हम जानते थे कि स्पष्ट जीत होगी, हम बस सही समय का इंतजार कर रहे थे। इस बार दिल्ली के लोगों ने झूठ को जीतने नहीं दिया।
पिछले दस वर्षों से दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य पर आम आदमी पार्टी का दबदबा रहा है, जबकि भाजपा 1998 से शहर की सत्ता से बाहर है। वर्ष 1998 से 2013 तक दिल्ली पर शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार हार की ओर अग्रसर दिख रही थी। दिल्ली में पांच फरवरी को हुए चुनाव में 1.55 करोड़ पात्र मतदाताओं में से 60.54 प्रतिशत ने मतदान किया था।