दिल्ली विधानसभा चुनावः 53.38 लाख रुपये की नकदी जब्त, 113 गैरलाइसेंसी हथियार बरामद, आयोग परेशान
By भाषा | Published: January 14, 2020 06:20 PM2020-01-14T18:20:43+5:302020-01-14T18:21:09+5:30
दिल्ली विधानसभा चुनाव में तैनात किये गये लगभग 150 पर्यवेक्षकों के साथ अरोड़ा की अध्यक्षता में मंगलवार को हुयी बैठक में छह जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पिछले एक सप्ताह के दौरान चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गयी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पिछले एक सप्ताह में इस्तेमाल के लिये अवैध नकदी और हथियारों सहित अन्य सामग्री की आवाजाही पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पाने के मद्देनजर चुनाव अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने हेतु आपसी सामंजस्य कायम करने का निर्देश दिये हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में तैनात किये गये लगभग 150 पर्यवेक्षकों के साथ अरोड़ा की अध्यक्षता में मंगलवार को हुयी बैठक में छह जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पिछले एक सप्ताह के दौरान चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गयी।
आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार बैठक में दिल्ली निर्वाचन कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा पुलिस, प्रशासनिक एवं राजस्व सेवा के अलावा अन्य केन्द्रीय सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा भी मौजूद थे।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार छह जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद 13 जनवरी तक निगरानी दलों ने 53.38 लाख रुपये की नकदी जब्त की गयी। इसके अलावा हथियारों की धरपकड़ के मामलों में शस्त्र अधिनियम के तहत 100 आपराधिक मामले दर्ज कर 113 गैरलाइसेंसी हथियार जब्त करते हुये 111 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
मतदाताओं को लुभाने के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले अवैध तरीकों को रोकने के लिये आयोग द्वारा तैनात पर्यवेक्षकों की मौजूदगी वाले निगरानी दलों ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के 45 मामले दर्ज कर 41 में एफआईआर दर्ज कर ली है।
जबकि इस अवधि में 109.65 किलोग्राम नशीले पदार्थ भी जब्त कर आबकारी अधिनियम के तहत 267 एफआईआर दर्ज करते हुये 277 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।