प्रदूषण की वजह से नोएडा के सभी स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का निर्देश, दिल्ली में ट्रकों के जाने पर रोक
By अनिल शर्मा | Published: November 4, 2022 08:07 AM2022-11-04T08:07:30+5:302022-11-04T08:20:16+5:30
प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्र वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP-4 को लागू करने के आदेश दिए हैं।
नोएडा: बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर गौतमबुद्धनगर जिले में सभी स्कूलों को कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए 8 नवंबर तक अनिवार्य रूप से ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का निर्दश दिया गया है। गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी धर्मवीर सिंह द्वारा जारी नोटिस के अनुसार स्कूलों को भी सलाह दी गई है कि कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्रों के लिए यथासंभव ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करें।
जिलाधिकारी धर्मवीर सिंह द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि "सभी बाहरी गतिविधियों को अगली सूचना तक प्रतिबंधित किया जाना है।" विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा की घटती गुणवत्ता वयस्कों की तुलना में बच्चों के समूह को अधिक गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है।
NCR में बढ़ते प्रदूषण के कारण के कारण गौतमबुद्धनगर जनपद में संचालित समस्त बोर्ड के विद्यालयों में कक्षा-1 से 8 तक की कक्षाएं 8 नवंबर तक अनिवार्य रूप से ऑनलाइन संचालित होंगी: ज़िला विद्यालय निरीक्षक गौतमबुद्धनगर
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2022
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र में AQI 563 (गंभीर) श्रेणी में है, एयरपोर्ट (T3) क्षेत्र में AQI 489 (गंभीर) श्रेणी में, गुरुग्राम में AQI 539(गंभीर) श्रेणी में और नोएडा में AQI 562 (गंभीर) श्रेणी में है।
प्रदूषण को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्र वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP-4 को लागू करने के आदेश दिए हैं। दिल्ली में ट्रक यातायात का प्रवेश (आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले और सभी सीएनजी / इलेक्ट्रिक ट्रक को छोड़कर) वर्जित रहेगा।
दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के पीडियाट्रिक पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर धीरेन गुप्ता ने कहा, 'विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा की घटती गुणवत्ता वयस्कों की तुलना में बच्चों के समूह को अधिक गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है।'
कई बच्चे बार-बार तेज बुखार, अस्थमा, एलर्जी, नाक में रुकावट, राइनाइटिस से एलर्जी और मानसिक समस्याओं से पीड़ित है। 0-16 वर्ष की आयु के बच्चों को बार-बार सिरदर्द, आंखों का सूखापन, जलन, त्वचा का रूखापन हो रहा है।