Dehradun Accident: तेज रफ्तार कार निगल गई 6 छात्रों की जान, FIR तक नहीं हुई दर्ज; पुलिस कर रही एक्सपर्ट से बात
By अंजली चौहान | Updated: November 15, 2024 10:07 IST2024-11-15T10:05:50+5:302024-11-15T10:07:10+5:30
Dehradun Accident:पुलिस उस दुर्घटना के बाद कानूनी कदमों पर विशेषज्ञ की सलाह ले रही है जिसमें तीन महिलाओं सहित छह की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।

Dehradun Accident: तेज रफ्तार कार निगल गई 6 छात्रों की जान, FIR तक नहीं हुई दर्ज; पुलिस कर रही एक्सपर्ट से बात
Dehradun Accident: उत्तराखंड के देहरादून शहर में एक भीषण सड़क हादसे ने सभी को चौंका कर रख दिया है। जहां एक तेज रफ्तार कार कंटेनर से जाकर टकरा गई। कार हादसे में 6 जवानों की मौत और एक युवा गंभीर रूप से घायल है। इस हादसे के बाद अभी तक पुलिस ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की है क्योंकि परिवार वालों की तरफ से किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि, पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, ट्रक ड्राइवर की कोई गलती नहीं थी, बल्कि कार मालिक कंटेनर से जाकर टकराया था जिसमें उसके साथ उसके दोस्त भी मौजूद थे।
पुलिस संभावित कानूनी कदमों के बारे में विशेषज्ञों से सलाह ले रही है। कैंट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर केसी भट्ट ने कहा कि वे मामला दर्ज करने से पहले परिवारों की शिकायत का इंतजार कर रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया ने भट्ट के हवाले से कहा, "हमें पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से कोई शिकायत नहीं मिली है, जिसके आधार पर मामला दर्ज किया जा सके।"
कैसे हुआ हादसा?
इसी हफ्ते मंगलवार की सुबह देहरादून में भीषण कार दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब 1.30 बजे ओएनजीसी चौक पर हुई, जहां तेज रफ्तार इनोवा कार एक कंटेनर ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गई। सर्किल ऑफिसर (सिटी) नीरज सेमवाल के अनुसार, छह मृतकों में तीन पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं, जिनकी उम्र 25 साल से कम थी, उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सातवें यात्री की पहचान 25 वर्षीय सिद्धेश अग्रवाल के रूप में हुई है, जो बच गया, लेकिन सिनर्जी अस्पताल में उसकी हालत गंभीर है।
शुरुआती जांच से पता चलता है कि कंटेनर ट्रक चालक की कोई गलती नहीं थी, क्योंकि तेज गति से आ रहा मल्टी-यूटिलिटी वाहन (एमयूवी) ट्रक के पिछले बाएं हिस्से से टकरा गया, जो बड़े वाहनों में एक जाना-माना ब्लाइंड स्पॉट है। भट्ट ने कहा, "चूंकि वाहन चला रहे युवा कार मालिक की इस घटना में मौत हो गई, इसलिए मौजूदा कानून के तहत उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। पुलिस मामले में संभावित कार्रवाई का पता लगाने के लिए कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ले रही है।"
एक अकेले शख्स की बची जान
हादसे में सात दोस्तों में सिर्फ एक दोस्त की जान बची है लेकिन वह हादसे के सदमे से उभर नहीं पाया है। गौरतलब है कि सिद्धेश अग्रवाल अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण, वे घटना के बारे में बयान देने में असमर्थ हैं, और जांचकर्ताओं से बात करने में उन्हें समय लग सकता है। पीड़ितों में से पांच देहरादून के थे, जबकि एक चंबा का रहने वाला था। बताया जाता है कि दुखद दुर्घटना से पहले समूह देर रात ड्राइव के लिए गया था। पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की है, जिसमें राजपुर रोड, सहारनपुर चौक, बल्लीवाला और बल्लूपुर से गुजरते समय कार सामान्य गति से चलती दिखाई दे रही थी।
हालांकि, जैसे ही यह ओएनजीसी चौराहे के पास पहुंची, कार ने अचानक गति बढ़ा दी, जिससे दुर्घटना हो गई।