कर्नाटक से गहरा नाता, सुषमा स्वराज को अक्सर बल्लारी की मां कहा जाता था
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 7, 2019 04:11 PM2019-08-07T16:11:15+5:302019-08-07T16:11:49+5:30
नयी दिल्ली में सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि 1999 के चुनाव प्रचार के दौरान वह और सुषमा स्वराज एक ही होटल में ठहरे थे। उन्होंने बहुत जल्दी कन्नड़ सीखी और फिर उसी भाषा में लोगों से बात करती थीं।
राजनीतिक परिदृश्य में एक रिक्ति पैदाकर दुनिया से चल बसीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 1999 में जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था तब से उनका कर्नाटक के साथ एक गहरा नाता बन गया था।
वैसे तो तब कांग्रेस के इस पारंपरिक गढ़ में सुषमा स्वराज 50000 से अधिक मतों के अंतर से चुनाव हार गयी थीं लेकिन उन्होंने हैदराबाद-कर्नाटक के इस पिछड़े क्षेत्र में आना जाना जारी रखा और वहां कई दोस्त बनाए। वह अगले एक दशक तक हर साल वाराहलक्ष्मी व्रत मनाने के लिए बल्लारी (पूर्व में बेल्लारी) आती रहीं और वहां मशहूर चिकित्सक डॉ. बी के श्रीनिवास मूर्ति के निवास पर पूजा करती थीं।
उन्होंने इतनी अच्छी तरह कन्नड़ भाषा सीखी कि वह उसी भाषा में जनसभाओं को संबोधित करतीं और लोगों का दिल जीत लेतीं। बाद के सालों में जब भी वह कर्नाटक के नेताओं से मिलीं उन्होंने कन्नड़ में बोलने का प्रयास किया।
Bansuri Swaraj and Swaraj Kaushal, daughter and husband of former External Affairs Minister #SushmaSwaraj, pay salute as state honours are accorded to her pic.twitter.com/cbQqvsm9G3
— ANI (@ANI) August 7, 2019
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने उनके पति को भेजे शोक संदेश में लिखा है, ‘‘ यह एक तथ्य है कि उनका कर्नाटक और खासकर बल्लारी से व्यक्तिगत रिश्ता बन गया था और यही वजह है कि उन्हें अक्सर बल्लारी की मां कहा जाता है।’’
#WATCH Former External Affairs Minister #SushmaSwaraj wrapped in tricolour at BJP headquarters in Delhi pic.twitter.com/qDsZ77xuL4
— ANI (@ANI) August 7, 2019
उन्हें प्रखर वक्ता, कुशल प्रशासक और असाधारण सांसद बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ जब भी मैंने उनसे किसी सार्वजनिक काम के लिए कहा तो वह मुझसे बात करतीं और कहती है कि लीजिए काम हो गया।’’ दो दशक पहले हुए सुषमा स्वराज और सोनिया गांधी के बीच चुनावी मुकाबला ने पूरे देश का ध्यान आकृष्ट किया था और भाजपा को बल्लारी एवं आसपास के जिलों में जनाधार मजबूत करने में बहुत मदद पहुंचायी।
नयी दिल्ली में सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि 1999 के चुनाव प्रचार के दौरान वह और सुषमा स्वराज एक ही होटल में ठहरे थे। उन्होंने बहुत जल्दी कन्नड़ सीखी और फिर उसी भाषा में लोगों से बात करती थीं।
#WATCH Rajnath Singh, JP Nadda, Ravi Shankar Prasad, Piyush Goyal & other BJP leaders give shoulder to mortal remains of #SushmaSwaraj as they are being taken from BJP headquarters to Lodhi crematorium in Delhi. pic.twitter.com/H72kZ3lpQw
— ANI (@ANI) August 7, 2019
बल्लारी के रेड्डी बंधुओं-करुणाकर और सोमशेखर व उनके करीबी बी श्रीरामुलू ने स्वराज को अपनी ‘मां’ बताया था और वे भाजपा में आने के बाद काफी आगे बढ़े। हालांकि, खनन घोटाला सामने आने के बाद सुषमा ने उनसे दूरी बना ली।