डीसीपीसीआर अध्यक्ष ने प्रदूषण निगरानी निकाय से स्कूलों को फिर से खोलने की सिफारिश करने का आग्रह किया
By भाषा | Updated: December 13, 2021 22:00 IST2021-12-13T22:00:08+5:302021-12-13T22:00:08+5:30

डीसीपीसीआर अध्यक्ष ने प्रदूषण निगरानी निकाय से स्कूलों को फिर से खोलने की सिफारिश करने का आग्रह किया
नयी दिल्ली, 13 दिसंबर दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डीसीपीसीआर) के अध्यक्ष अनुराग कुंडू ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को पत्र लिखकर स्कूलों को फिर से खोलने का मार्ग प्रशस्त करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि स्कूलों का लगातार बंद रहना बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित कर रहा है।
इस महीने की शुरुआत में, सीएक्यूएम ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्देश दिया था। इसने केवल परीक्षा और प्रयोगशाला सबंधी प्रायोगिक कार्य के उद्देश्य को छोड़कर, शिक्षा के केवल ऑनलाइन माध्यम की अनुमति दी थी।
सीएक्यूएम को भेजे गए पत्र में डीसीपीसीआर प्रमुख कुंडू ने लिखा है, "बच्चों को गंभीर परिस्थितियों से बचाने के लिए स्कूलों को खराब (वायु) गुणवत्ता के कारण बंद कर दिया गया। हालांकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि स्कूल बंद करने से इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।"
पत्र में कहा गया है कि शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान द्वारा दो साल की अवधि में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि दिल्ली में ‘इनडोर प्रदूषण स्तर’ भी चिंताजनक रूप से उच्च और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की निर्धारित सीमा से ऊपर है।
कुंडू ने कहा, "चूंकि बाहर और घर के अंदर प्रदूषण के स्तर में कोई उल्लेखनीय अंतर नहीं है, इसलिए स्कूल बंद होना अप्रासंगिक और गलत हो जाता है।"
पत्र में कहा गया है, "स्कूलों का बंद होना बच्चों के सामाजिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक विकास के लिहाज से भी समस्या खड़ी करने वाला है। कई महीनों से स्कूल बंद होने से बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक कुशलक्षेम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है तथा स्कूलों के लगातार बंद रहने से समस्या और बढ़ेगी।"
सीएक्यूएम को दिल्ली में प्रतिबंधों पर निर्णय लेने की अनुमति देने संबंधी उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए देते हुए कुंडू ने प्रदूषण निगरानी संस्था से दिल्ली सरकार को तुरंत स्कूल खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया।
कुंडू ने यह भी कहा कि सैकड़ों अभिभावकों ने बाल अधिकार निकाय को पत्र लिखकर स्कूलों को तत्काल खोलने की वकालत की है।
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