धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश), एक अक्टूबर तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के 76वें जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी।
दलाईलामा ने राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र में लिखा, ‘‘मैं राष्ट्र के स्थिर विकास के लिए राष्ट्रपति के रूप में आपके समर्पण की बहुत सराहना करता हूं, खासकर वंचित तबकों के लोगों की भलाई के लिए किए गए कार्य की।’’
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित बौद्ध धर्म गुरू ने कहा, ‘‘भारत लंबे समय से आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं की एक विस्तृत श्रृंखला का घर रहा है, जहां सभी समुदाय के लोग सम्मानजनक सद्भाव में रहते हैं। यह दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला जीवंत लोकतंत्र है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी देश की प्रतिष्ठा बढ़ रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि हमारी दुनिया तेजी से परस्पर रूप से एक-दूसरे पर आश्रित होती जा रही है, मैं भारत को शांति की दिशा में मानवता का मार्गदर्शन करने में अग्रणी भूमिका निभाते हुए देखने के लिए उत्सुक हूं। इसमें करुणा और अहिंसा के बहुमूल्य सिद्धांतों को साझा किया जा सकता है। समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरने वाले यह विचार आज भी बहुत प्रासंगिक हैं।’’
उन्होंने कहा कि यह उनका दृढ़ विश्वास है कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसमें प्राचीन ज्ञान को आधुनिक शिक्षा पद्धति के साथ जोड़ने और विश्व को अधिक शांतिपूर्ण बनाने की क्षमता है।
दलाईलामा ने कहा, “यह वर्ष निर्वासन में हमारे जीवन का 62वां वर्ष है। अपने सभी साथी तिब्बती भाइयों और बहनों की ओर से मैं भारत की सरकार और उसके लोगों को उनकी अद्वितीय उदारता और दया भाव के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हम सदैव आपके आभारी रहेंगे।
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