राजस्थान की गहलोत सरकार ने कहा, नियम के मुताबिक बांटी जाएंगी 9वीं पास छात्राओं को साइकिलें
By रामदीप मिश्रा | Published: January 22, 2019 01:45 PM2019-01-22T13:45:41+5:302019-01-22T14:00:07+5:30
साल 2014-15 में घोषणा की गई कि राजकीय विद्यालयों में कक्षा 9 में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को निःशुल्क साइकिल वितरित किए जाने का प्रावधान किया गया।
राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद डोटासरा ने साफ कर दिया है कि वह नियम के मुताबिक कक्षा 9वीं की छात्राओं को साइकिलें वितरित करेंगे। यह जानकारी उन्होंने पूर्व शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी के विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में दी।
शिक्षा राज्य मंत्री ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायक किरण माहेश्वरी के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि बजट सत्र 2007-08 में घोषणा की गई कि कक्षा 9 उत्तीर्ण कर 10वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली ऐसी प्रत्येक छात्रा को जिसका घर सबसे नजदीक सेकंड्री विद्यालय से 2 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है, को एक नई साइकिल केवल 300 रूपये में दी जाएगी और बची हुई राशि राज्य सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि साथ ही 5 या इससे अधिक छात्राओं के समूह को आवागमन के लिए ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना की सुविधा दी गई। इसके पश्चात वित्तीय वर्ष 2011-12 में घोषणा के अनुसार कक्षा 9 और 10 में अध्ययनरत छात्राओं को दी जाने वाली साइकिल के अंशदान की राशि 300 रूपये से घटाकर 100 रूपये की गई व साइकिल के स्थान पर ट्रांसपोर्ट वाउचर का लाभ दिये जाने का विकल्प भी दिया गया।
साल 2014-15 में घोषणा की गई कि राजकीय विद्यालयों में कक्षा 9 में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को निःशुल्क साइकिल वितरित किए जाने का प्रावधान किया गया। ग्रामीण क्षेत्र में जो छात्राएं अपने निवास से 5 किलो मीटर से अधिक की दूरी से विद्यालय आती हैं और जो साइकिल नहीं लेना चाहती, उन्हें ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना का लाभ दिए जाने का प्रावधान है।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राजसमंद जिले की वर्ष 2016-17 में 6 हजार, 729 पात्र छात्राओं में से 6 हजार, 565 छात्राओं को साइकिलें वितरित की जा चुकी हैं। इसी प्रकार 2017-18 में 6 हजार, 535 कुल पात्र छात्राएं थीं, जिनमें से प्रत्येक को साइकिल वितरित की जा चुकी है।